नईदुनिया, जबलपुर(Jabalpur News)। शहर का वायु गुणवत्ता सूचकांक 100 के स्तर को पार कर गया है। एक्यूआइ मानक 100 से ऊपर पहुंचने का मतलब वायु अस्वस्थ करने वाली है। मप्र प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड का क्षेत्रीय कार्यालय त्योहारी सीजन में रियल टाइम वायु गुणवत्ता के आंकड़े दर्ज कर रहा है।
पर्व के बीच शहर में ट्रैफिक का दबाव काफी था। दिन के साथ ही साथ रात में भी सर्वाधिक छोटे-बड़े वाहनों से जगह-जगह जाम की स्थिति तो बनी ही, ध्वनि व वायु प्रदूषण का ग्राफ भी ऊपर चढ़ा।
यही कारण है कि वायु गुणवत्ता सूचकांक 100 से ऊपर चला गया। शहर के व्यस्ततम तीन पत्ती, नौदराब्रिज, रसल चौक, शास्त्री ब्रिज, बड़ा फुहारा व दमोहनाका क्षेत्र वाहनों से निकलने वाले धुएं व धूल के गुबार से सबसे ज्यादा प्रभावित है। ये कर्मशियल क्षेत्र आता है।
अनेक गैसों के मिश्रण से शुद्ध वायु का अनुपात तय होता है। इसमें नाइट्रोजन, आक्सीजन, कार्बन डाइआक्साइड, निष्क्रिय गैस, धूल के कण व जल वाष्प आदि समाहित रहते हैं।
लेवल एक के अंतर्गत 50 या उससे कम का एक्यूआइ मान अच्छी वायु गुणवत्ता को दर्शाता है। इससे स्वास्थ्य पर प्रभाव नहीं पड़ता है।
लेवल दो के अंतर्गत 100 या उससे कम एक्यूआइ मान आमतौर पर संतोषजनक माना जाता है। इसमें अतिसंवेदनशील लोग थोड़ा प्रभावित हो सकते हैं।
लेवल तीन के अंतर्गत 101 से 150 में संभलने की जरूरत है। यह स्तर श्वसन व हदृय रोग से पीड़ित व्यक्तियों को प्रभावित कर सकते हैं।
मप्र प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के विज्ञानी अजय खरे बोले-शहर में अभी जगह-जगह निर्माण कार्य छोटे-बड़े स्तर पर काफी हो रहे हैं। साथ ही पेट्रोल-डीजल वाहनों की संख्या अभी पर्व के इन दिनों में सर्वाधिक सड़कों पर है, ये सभी बातें वायुमंडल को प्रभावित करने में सहायक साबित हो रही है।
दीपोत्सव को देखते हुए अभी से हम प्रयास कर रहे हैं कि एक्यूआइ का ग्राफ ऊपर न जाए। ताकि लोग शुद्ध हवा में सांस ले सकें।