रामकृष्ण परमहंस पांडेय. जबलपुर। नाइजीरिया, फिलिपींस, पाकिस्तान में बैठे ठग साइबर ठगी की घटनाओं को अंजाम दे रहे हैं। राज्य साइबर पुलिस थाने में साइबर ठगी की ऐसी तमाम शिकायतें पहुंची हैं जिनके इंटरनेशनल कनेक्शन का पता चला है। विदेशों में बैठे ठग न सिर्फ फर्जी आइडी बनाकर ठगी कर रहे हैं बल्कि आइडी भी हैक कर ले रहे हैं। ठगों ने साइबर ठगी का नया नया तरीका निकाला है। नाइजीरिया में बैठे ठगों ने फर्जी आइडी बनाकर शहर निवासी एक युवक से इंटरनेट मीडिया पर जुड़े लोगों से अपने खाते में पैसे ट्रांसफर करवा लिए। पाकिस्तान में बैठे ठगों ने आनलाइन गेम की आइडी हैक कर एक युवक को हजारों रुपये का चूना लगा दिया। फिलीपींस के जालसाजों ने एक महिला की फर्जी आइडी बनाकर इंटरनेट पर अश्लील एडिट किए हुए अश्लील फोटो व वीडियो वायरल कर दिए। जिसके बाद महिला से पैसों की मांग की गई। साइबर पुलिस का कहना है कि कम्प्यूटर आदि के आइपी एड्रेस से ठगों तक पहुंचा जा सकता है परंतु विदेशों के सर्विस प्रोवाइडर सहयोग नहीं कर रहे हैं।
क्रिप्टो व बिटकाइन से भी ठगी-
साइबर ठग मोबाइल एप के जरिए क्रिप्टो व बिटकाइन के रूप में भी ठगी कर रहे हैं। इस तरह की ठगी की शिकायतों पर राज्य साइबर पुलिस की जबलपुर इकाई ने जांच शुरू की तो इंटरनेशनल कनेक्शन का पता चला। चाइना, सिंगापुर, थाईलैंड समेत दुनिया के कुछ अन्य देशों में बैठे साइबर ठग क्रिप्टो व बिटकाइन के जरिए ठगी की घटनाएं कर रहे हैं।
सर्विस प्रोवाइडर नहीं दे रहे जानकारी-
नाइजीरिया, फिलिपींस, पाकिस्तान से जुड़ी ठगी की घटनाओं में राज्य साइबर पुलिस की जबलपुर इकाई के हाथ खाली हैं। इकाई के एसपी लोकेश सिंहा के निर्देश पर डीएसपी आरके मालवीय, निरीक्षक विपिन ताम्रकार की टीम ने शिकायतों की जांच शुरू की। जांच में ठगी का इंटरनेशनल कनेक्शन सामने आया। नाइजीरिया, फिलिपींस, पाकिस्तान के सर्विस प्रोवाइडर को जांच टीम ने मेल भेजकर घटना की जानकारी दी। उन्हें संबंधित ठगों के कम्प्यूटर आदि का आइपी एड्रेस बताया गया परंतु जवाब नहीं मिला।
केस-1
शहर निवासी एक मोबाइल धारक के नाम व फोटो का इस्तेमाल कर इंटरनेट मीडिया पर फर्जी आइडी बनाई गई। जिसके बाद मोबाइल धारक के इंटरनेट मीडिया एकाउंट से जुड़े लोगों को फर्जी आइडी से मैसेज भेजे गए। मैसेज भेजकर आनलाइन पैसे मांगे गए। हकीकत से अंजान कुछ करीबी लोगों ने संबंधित एकाउंट में पैसे ट्रांसफर कर दिए। जिसके बाद साइबर ठगी का पता चला। राज्य साइबर पुलिस की जबलपुर इकाई ने शिकायत की जांच की। जांच में सामने आया कि जिस कम्प्यूटर का उपयोग फर्जी आइडी बनाकर ठगी में किया गया था, उसका आइपी (इंटरनेट प्रोटोकाल) एड्रेस नाइजीरिया का है। राज्य साइबर पुलिस ने नाइजीरिया के सर्विस प्रोवाइडर को मेल पर घटना की सूचना दी परंतु अब तक जवाब नहीं आया है।
केस-2
इंटरनेट मीडिया पर शहर निवासी एक महिला के नाम पर फर्जी आइडी बनाई गई। जिसके बाद महिला की मूल आइडी से जुड़े लोगों को फर्जी आइडी से अश्लील मैसेज भेजे गए। महिला के चेहरे का उपयोग कर अश्लील फोटो व वीडियो बनाकर उसे भी साझा कर दिया गया। अश्लील फोटो व वीडियो इंटरनेट मीडिया से हटाने के बदले पैसे मांगे गए। महिला ने राज्य साइबर पुलिस से शिकायत की। शिकायत की जांच में सामने आया कि जिस फर्जी आइडी के आधार पर जिस कम्प्यूटर से अश्लील मैसेज भेजे गए उसका आइपी एड्रेस फिलिपींस का है। राज्य साइबर पुलिस ने फिलिपींस के सर्विस प्रोवाइडर को मेल पर घटना की सूचना दी परंतु अब तक जवाब नहीं आया है।
केस-3
मोबाइल पर आनलाइन गेम खेलने का बच्चों व युवाओं पर जुनून सवार है। कुछ गेम ऐसे होते हैं जिसमें अगली स्टेज के लिए हथियार आदि खरीदना पड़ता है। शहर निवासी एक युवक ने गेम खेलने के चक्कर मेें हजारों रुपये गंवा दिए। युवक ने गेम की कई स्टेज पार करने के लिए हजारों रुपये की खरीदी की थी। पाकिस्तान में बैठे हैकर ने युवक की गेम आइडी हैक कर ली। युवक ने गेम खेलने के लिए जितनी खरीदी की थी उसका पूरा डाटा हैकर के पास चला गया। राज्य साइबर पुलिस ने शिकायत की जांच की तो आइपी एड्रेस पाकिस्तान का निकला। सर्विस प्रोवाइडर के जरिए पुलिस मामले की तह तक जाने की कोशिश में जुटी है।
आइपी एड्रेस में विदेश से ठगी की पुष्टि हुई
साइबर ठगी की कुछ घटनाओं में नाइजीरिया, फिलिपींस, पाकिस्तान आदि देशों से ठगी का पता चला है। आइपी एड्रेस में विदेशों से ठगी की पुष्टि हुई। संबंधित देशों में नेटवर्किंग कंपनियों के सर्विस प्रोवाइडर को आइपी एड्रेस भेजकर जांच में सहयोग मांगा गया है।- लोकेश सिन्हा, एसपी, राज्य साइबर पुलिस जबलपुर इकाई