जबलपुर, नईदुनिया प्रतिनिधि। शहर को स्मार्ट बनाने के लिए केंद्र सरकार की महत्वाकांक्षी परियोजना 2016 में शुरू हुई थी। जिसके तहत जबलपुर स्मार्ट सिटी कंपनी द्वारा जबलपुर में राइट टाउन, नेपियर टाउन, गोल बाजार और रानीताल क्षेत्र के 750 एकड़ क्षेत्र को एरिया बेस्ड डेवलपमेंट (एबीडी) के तहत विकसित करने के लिए चुना गया था। स्मार्ट सिटी ने चुनिंदा क्षेत्रों में 115 कार्य प्रस्तावित किए थे जिसमें आधुनिक इमारतें, मल्टी स्पोर्टस काम्पलेक्स, कंन्वेंशन सेंटर, नान मोटराइज्ड ट्रैक, कल्चलर स्ट्रीट के अलावा स्टेडियम के ट्रैक, स्मार्ट रोड, सीवर लाइन, भूमिगत बिजली लाइन बिछाने, ड्रेनेज सिस्टम सहित 24 घंटे सात दिन पानी देने की योजना सहित अन्य कार्य शामिल थे। इन परियोजनाओं में बीते छह वर्षो अब तक लगभग 83 परियोजनाएं पूरी हो चुकी हैं। वर्तमान में स्मार्ट सिटी के तहत तक 542 करोड़ रुपये प्रोजेक्ट चल रहे हैं। 396 करोड़ रुपये अब तक खर्च हो चुके हैं। स्मार्ट सिटी के अधिकारियों का कहना है कि शेष 32 परियोजनाओं को जून 2023 पूरे कर लिया जाएगा।
स्मार्ट सिटी के कार्यों पर एक नजर:
- 542 करोड़ रुपये के स्मार्ट कार्य कराए जा रहे
- 115 परियोजनाएं में 83 हो चुकी पूरी
- 32 परियोजनाएं अब भी अधूरी इनमें 10 बड़ी परियोजनाएं भी शामिल है
- 396 करोड़ रुपये केंद्र से मिले जो खर्च हो चुके
ये बड़ी परियोजनाएं जो अब तक अधूरी:
- कन्वेंशन सेंटर-
स्मार्ट सिटी के सबसे बड़े प्रोजेक्ट में शामिल कन्वेंशन सेंटर भी अभी तक आकार नहीं ले पाया है। घंटाघर के समीप करीब 58 करोड़ रुपये की लागत निर्माणाधीन कन्वेंशन सेंटर का करीब 85 फीसद काम ही पूरा हो पाया है। पास ही अतिथियों के खाने पीने के लिए अलग से बनाई जा रही बिल्डिंग का निर्माण अधूरा है।
- मल्टी स्पोटर्स काम्प्लेक्स-
इसी तरह राइट टाउन में मल्टी स्पोर्टस काम्पलेक्स फेस वन का काम पूरा हो चुका है। फेस-टू के लिए पूरा राइट टाउन स्टेडियम ट्रैक बनाया जा रहा है। जून तक फेस टू का काम पूरा करने का दावा किया जा रहा है।
-24 घंटे सात दिन पानी योजना-
24 घंटे सात दिन पानी देने की योजना का काम भी 50 फीसद हो पाया है। स्मार्ट सिटी की योजना के तहत तीन हजार घरों को जोड़ना है अब तक दो हजार घर ही जुड़ पाए हैं।
- गोलबाजार स्मार्ट रोड-
गोलबाजार में स्मार्ट रोड निर्माण भी तेजी लाई गई है। गोल बाजार सहित नौ लिंक रोड में से सात लिंक रोड बना दी गई है। शेष काम भी युद्धस्तर पर किया जा रहा है।
- आइटी पार्क रोड निर्माण-
रामपुर से आइटी पार्क तक 24 करोड़ की लागत से करीब दो किमी फोरलेन सड़क बनाई जा रही है। लेकिन बिजली के सर्वाधिक पोल लगे होने और पत्थर अधिक होने से अब तक महज 70 प्रतिशत तक सड़क निर्माण हो पाया है।
- स्मार्ट रोड-
शास्त्री ब्रिज से मदनमहल तक स्मार्ट रोड निर्माण कार्य अब भी अधूरा है। भूमिगत सीवर लाइन व नाली निर्माण कार्य अब तक पूरा नहीं हो पाया है।
ये काम हो चुके पूरे:
- मानस भवन के आस-पास रोड निर्माण
- रांझी-घमापुर स्मार्ट रोड
- नान मोटराइज्ड ट्रैक निर्माण
- ओपन एयर थियेटर ग्वारीघाट
- कल्चर स्ट्रीट
- संग्राम सागर का सौंदर्यीकरण
- गुलौआ ताल का सौंदर्यीकरण
- सिविक सेंटर पार्क का निर्माण
इन्होंने यह कहा..
स्मार्ट सिटी की 83 परियोजनाओं से जुड़े सभी कार्य लगभग पूरे हो चुके हैं। शेष 32 कार्य पूर्णता की ओर है इन्हें भी जून 2023 तक हर हाल में पूरा कर लिया जाएगा।
-रवि राव, प्रशासनिक अधिकारी, स्मार्ट सिटी