Jabalpur Resort Murder Case : जबलपुर, नईदुनिया प्रतिनिधि। तिलवारा थाना के मेखला रिसोर्ट के कमरे में हुई युवती की हत्या का आरोपित पुलिस ने 11 दिन बाद पकड़ लिया है। आरोपित खुद को पटना का कारोबारी इंटरनेट मीडिया में बता रहा था जबकि असल में नासिक महाराष्ट्र का निवासी निकला। वह हत्या के बाद युवती का एटीएम और सोना-चांदी लेकर फरार हुआ था। अजमेर के बैंक एटीएम से जैसे ही आरोपित ने 20 हजार रुपये निकाले उसकी लोकेशन पकड़ में आ गई। पुलिस टीम ने अजमेर की स्थानीय टीम के साथ मिलकर आरोपित हेमंत भदाणे को गिरफ्तार कर लिया। उसने चरित्र संदेश पर युवती की हत्या की साजिश रची।
शनिवार को पुलिस कंट्रोल रूम में इस मामले का खुलासा किया गया। पुलिस ने बताया कि आरोपित ने अपना नाम हेमंत भदाणे 29 वर्ष निवासी राधाकृष्ण नगर नासिक महाराष्ट्र बताया है। आरोपित के मुताबिक वह मृतिका शिल्पा से प्रेम करता था शिल्पा के मोबाइल पर कई पुरूषों के संदेश आते थे। जिसको लेकर उसे शंका थी। वह कई बार फोन लगाए तो शिल्पा का फोन व्यस्त होता था जिस वजह से उसका शक यकीन में बदल गया और उसने हत्या की साजिश रची। आरोपित ने बताया कि वह शिल्पा से शादी करना चाहता था। हत्या के लिए उसने ब्लेड का इस्तेमाल किया। हत्या के बाद वह युवती का एटीएम कार्ड, चैन, कान की बाली लेकर भाग गया।
एटीएम से मिला सुराग-पुलिस ने बताया कि बैक आफ महाराष्ट्रा जबलपुर जोन के हेड ओमकार कुमार एवं सीनियर मैनेजर अभिषेक जैसवाल की जांच में मदद मिली। उन्होंने युवक द्वारा एटीएम से निकाले जा रहे पैसे की जानकारी उपलब्ध कराई। पुलिस ने बताया कि आरोपी ने सात नवंबर को टैक्सी से लखनदौन से जाते वक्त एटीएम से रुपये निकाले थे उस वक्त बैंक से जानकारी ली गई।
हर बार बदला स्थान- आरोपित लगातार पुलिस को चकमा देने लोकेशन बदल रहा था। 10 दिन में उसने चार हजार किमी सफर तय किया। इस दौरान कई राज्य बदले। वह प्रतिदिन मृतका के एटीएम से 20 हजार रुपये निकाल रहा था। पुलिस की टीम, नागपुर, बिहार, राजस्थान, सूरत गुजरात गई। इस दौरान हर राज्य की पुलिस ने मदद दी। 17 नवंबर को पुलिस को सुबह आठ बजे आरोपित द्वारा अजमेर से एटीएम के जरिए 20 हजार रुपये निकालने की सूचना मिली। पुलिस अधीक्षक सिद्वार्थ बहुगुणा ने अजमेर के पुलिस अधीक्षक से बातचीत कर सहयोग मांगा। इस दौरान राजस्थान पुलिस को आरोपित की जानकारी दी गई। पता चला कि वह अजमेर से बस के जरिए बाहर जा रहा है। थाना स्वरूपागंज में जांच अभियान चलाकर पुलिस ने 18 नवंबर को आरोपित को हिरासत में ले लिया।
क्या था मामला- आठ नवंबर को तिलवारा स्थित मेखला रिसोर्ट के कमरा नंबर पांच में युवती की रक्त रंजित लाश मिली थी। कमरा बंद था। कर्मचारियों को हलचल नहीं होने पर शक हुआ जिसके बाद पुलिस की मौजूदगी में कमरा खुलवाया गया था। बताया जाता है कि छह नवंबर युवक जिसने आधार कार्ड में अभिजीत पाटीदार बताकर कमरा लिया था। उसके साथ युवती थी जिसने उस वक्त आधार कार्ड दिया था उसमें राखी शर्मा उसका नाम था। बाद में युवती की पहचान शिल्पा पिता गुलाब प्रसाद झारिया उम्र 21 वर्ष निवासी भोका देवरी थाना कुंडम के रूप में हुई थी।
फिंगर प्रिंट से मिलान- आरोपित अभिजीत पाटीदार का जबलपुर कोतवाली में पूर्व में धारा 420 के तहत आपराध पंजीबद्व है इसलिए आरेापित का पता ठिकाना गलत होने से फिंगर प्रिंट निरीक्षक अखिलेश चौकसे ने घटना स्थल में मिले फिंगर प्रिंट का मिलान किया। फिंगर प्रिंट साफ्टवेयर में डालते ही आरोपित की पहचान हेमंत भदाणे पिता राजेंद्र भदाणे उम्र 29 साल निवासी राधा कृष्ण नगर नासिक के रूप में हुई। ये आदतन मोटर साइकिल चोरी करने का आरोपी था। इसके खिलाफ महाराष्ट्र में कुल 37 मामले दर्ज है।