जबलपुर, नईदुनिया प्रतिनिधि। किसी भी उत्पादन इकाई की गुणवत्ता और उत्पादन की प्रथम सीढ़ी संरक्षा और सुरक्षा होती है। संरक्षा एवं सुरक्षा के मूलभूत सिद्धांत के व्यापक प्रचार-प्रसार और अनुपालन के उद्देश्य से आयुध निर्माणी खमरिया के महाप्रबंधक रविकांत के निर्देशानुसार निर्माणी में कार्य करने वाले कॉन्ट्रैंक्ट वर्करों को भी सुरक्षा एवं संरक्षा के सिद्धांतों से अवगत कराने के लिए एचआरडी अनुभाग द्वारा एक विशेष शैक्षणिक सत्र का आयोजन किया गया। जिसमें निर्माणी में कार्यरत 600 से अधिक कॉन्ट्रैक्ट वर्करों को इस विशेष बैच का लाभ मिला और मुख्य रूप से आयुध निर्माणी खमरिया को दुर्घटना रहित निर्माणी बनाने की दिशा में एक सराहनीय कदम साबित होगा।
संरक्षा के विशेषज्ञों के द्वारा इन प्रशिक्षणार्थियों को संरक्षा एवं सुरक्षा के नियमों से अवगत कराया गया। निर्माणी के प्रबंधन विकास अधिकारी एवं अपर महाप्रबंधक बीबी सिंह की मार्गदर्शन पर एचआरडी अनुभाग में यह बेच आयोजित किया गया। जिसमें नोडल अधिकारी एनडी तिवारी, एचआरडी अनुभाग प्रमुख मनोज सिंह उपस्थित रहे।
अभिभावकों को पहुंचाई जाए राहत: अभिभावक जन कल्याण संघ मध्यप्रदेश के सदस्यों ने राज्यमंत्री का दर्जा प्राप्त ब्रजेश चौहान और द्रविन्द्र मोरे से भेंट की। भेंट के दौरान सदस्यों ने अभिभावकों की समस्याओं से अवगत कराया। अभिभावक जन कल्याण संघ मध्य प्रदेश के प्रदेश अध्यक्ष हेमंत पटेल तथा प्रदेश सचिव दशरथ चौधरी के द्वारा अभिभावकों के हित में लगातार कार्य करने वाली राज्य की सरकारी संस्था ’मध्य प्रदेश बाल संरक्षण आयोग की प्रशंसा करते हुए बाल संरक्षण आयोग के सदस्य राज्य मंत्री दर्जा प्राप्त बृजेश चौहान और द्रविन्द्र मोरे से सौजन्य भेंट कर पुष्पगुच्छ भेंट किए। साथ ही मध्य प्रदेश के अभिभावकों की तरफ से उनकी समस्या हल करने के लिए मध्य प्रदेश राज्य बाल संरक्षण आयोग को धन्यवाद प्रेषित किया गया।
साथ ही संगठन के माध्यम से निवेदन किया गया कि आगे भी राज्य बाल संरक्षण आयोग की तरफ से अभिभावकों को राहत पहुंचाई जाए। इस अवसर पर अभिभावक जन कल्याण संघ मध्य प्रदेश इकाई के अध्यक्ष हेमंत पटेल, सचिव दशरथ चौधरी, प्रदेश उपाध्यक्ष रुपेश पहाड़िया और प्रदेश महिला कारिणी सदस्य श्रीमती अल्पना तोमर, मोनिका चौरसिया प्रमुख रूप से उपस्थित रही। राज्य बाल संरक्षण आयोग के सदस्य श्री मोरे द्वारा अभिभावक जन कल्याण संघ के प्रति आभार व्यक्त किया है और लगातार जनकल्याण करने के लिए वह आगे भी लगातार कार्य करते रहेंगे।