जबलपुर, नईदुनिया प्रतिनिधि। आयुध निर्माणी गुरुवार को अपना 220वां स्थापना दिवस बना रही है। निर्माणी ने 219 साल पूरे कर 220वें साल में प्रवेश किया है। इस मौके पर गुरूवार को ओएफके खमरिया में निर्माणी की गौरवशाली परपंरा के अनुरूप दुश्मनों को दांत खट्टे करने वाले अश्ात्र-शस्त्रों की प्रदर्शनी लगाई गई। निर्माणी दिवस पर कोरोना संक्रमण को देखते हुए रैली व अन्य रंगारंग कार्यक्रम नहीं हुए।
मिला पारितोषिक, उपहार: निर्माणी दिवस पर फैक्ट्री महाप्रबंधक, सेना के अधिकारियों व यूनियन, संगठन पदाधिकारियों की उपस्थिति में कार्यक्रम आयोजित किया गया। जिसमें निर्माणी के गौरवशाली इतिहास के बारे में जानकारी दी गई। इस मौके पर बेहतर कार्य करने वाले कर्मचारियों को पारितोषिक देकर सम्मानित किया गया। 25 साल पूरे करने वाले कर्मचारियों का सम्मान किया गया। साथ ही आकर्षक उपहार भी प्रदान किए गए।
फैक्ट्री बचाओ दिवस: आयुध निर्माणी के 220वें स्थापना दिवस को ऑल इंडिया डिफेंस एम्पलाइज फेडरेशन ने फैक्ट्री बचाओ दिवस के रूप में रेखाकिंत करते हुए निजीकरण के विरोध में प्रधानमंत्री के नाम मेल किया और निजीकरण न करने की मांग की। इस अवसर पर कर्मचारी नेता नेम सिंह, आर एन शर्मा, शिव पांडे, रामप्रवेश, मिठाई लाल रजक, श्रीराम मीणा, रोहित यादव, अमरीश सिंह, पुष्पेंद्र सिंह, राजा पांडे, उत्तम विश्वास, वीरेंद्र साहू, आशीष श्रीवास्तव, नितेश सिंह आदि मौजूद रहे।
ऐसा है निर्माणी गौरवशाली इतिहास:
- 220 साल पहले पहली ऑर्डिनेंस फैक्ट्री, गन एंड शेल फैक्ट्री की कोलकाता के पास कोसीपोर में स्थापना की गई थी।
- 41 ऑर्डिनेंस फैक्ट्रियों में 650 से अधिक रक्षा उपकरणों का निर्माण होता है।
- ओएफके खमरिया में दुश्मनों के दांत खट्टे करने वाली स्वदेशी धनुष, अपग्रेड सारंग तोप, माउंटेड तोप, एल-70 एरियल, टैंकभेदी 84 एमएम बम, मल्टी मोड हैंडग्रेनड सहित अन्य रक्षा उपकरण तैयार किए गए।