Ordnance Factory Jabalpur: जबलपुर, नईदुनिया प्रतिनिधि। करमेता स्थित कामर्शियल आटो मोबाइल्स के सर्विस सेंटर में सर्विसिंग के लिए गईं। आर्डनेंस फैक्ट्री की कुछ गाड़ियाें में आग लग गई। यह घटना कैसे हुई, इस बारे में किसी प्रकार की अधिकृत जानकारी नहीं मिल पा रही है। लेकिन इस घटना को लेकर तरह-तरह की चर्चाओं का बाजार सरगर्म है। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार ओएफके की तीन गाड़ियां सर्विसिंग के लिए करमेता स्थित कामर्शियल आटो मोबाइल्स के सर्विस स्टेशन गई थीं। इन गाड़ियों में सोमवार को अचानक आग लग गई। इन गाड़ियों में से एक सुरक्षा अनुभाग की गाड़ी बताई जा रही है। इस गाड़ी का नंबर एमपी 20 सीजी 6975 है। इस मामले में अधिकृत जानकारी के लिए ओएफके-पीआरओ को अनेक बार काल लगाया गया, लेकिन उनसे बात नहीं हो पाई। यद्यपि उन्होंने मैसेज के माध्यम से बताया कि वे किसी मीटिंग के सिलसिले में एमआइएल हेडक्वार्टर पूना में हैं।
सूत्रों का कहना है कि सुरक्षा विभाग की जाे गाड़ी जली है, उसे लेकर आंतरिक रूप से कोई जांच चल रही थी। बताया जा रहा है कि यह गाड़ी बार-बार सुधार कार्य के लिए सर्विस सेंटर जाती रही और उसका भारी-भरकम बिल भी बनता रहा है। बार-बार इसमें सुधार कार्य की ही जांच कराई जा रही थी। लिहाजा इस गाड़ी में आग लगने की जानकारी तरह-तरह के सवाल खड़े कर रही है।
ओएफके में इस तरह की अनेक गड़बड़ियाें की जानकारी है। बताया जाता है कि निर्माणी के एमटी सेक्शन में लगे लोग जानबूझ कर निर्माणी के काम में बाहर की गाड़ियां किराए पर ले रहे हैं। हाल ही में चार गाड़ियां आमला गई हैं। इन गाड़ियों में दो गाड़ियां निर्माणी की हैं और दो बाहर से किराए पर ली गई हैं। जबकि निर्माणी में और भी गाड़ी मौजूद हैं। आमला जाने वाली गाड़ियों के बारे में सूत्र बताते हैं कि निर्माणी के चार लोगों के लिए वाहनों सहित मूवमेंट आर्डर बनाया गया था। बावजूद इसके बाहर से दो गाड़ियां मंगवा ली गईं। इस तरह का गोरखधंधा निर्माणी में लंबे समय से चल रहा है।