नईदुनिया प्रतिनिधि, जबलपुर। MP Nursing Exam: मध्यप्रदेश आयुर्विज्ञान विश्वविद्यालय ने सत्र 2021-22 की नर्सिंग पाठ्यक्रमों के प्रथम वर्ष की परीक्षा तिथि लगभग सवा महीने आगे खिसका दी है।
यह परीक्षा अब सितंबर में आयोजित की जाएगी। विश्वविद्यालय ने परीक्षा का संशोधित कार्यक्रम जारी कर दिया है। 29 जुलाई को उच्च न्यायालय ने अपात्र नर्सिंग कालेजों के छात्र-छात्राओं को भी परीक्षा में सम्मिलित करने के निर्देश दिए हैं।
इस आदेश के अंतर्गत संबंधित कालेजों के छात्र-छात्राओं को परीक्षा पूर्व नामांकन जारी किया जाना है। प्रक्रिया पूर्ण करने के लिए विश्वविद्यालय ने छह अगस्त से प्रस्तावित प्रश्न पत्रों को स्थगित कर दिया है। अब नए तिथि पर अगले माह परीक्षा का आयोजन होगा। पूर्व में प्रथम वर्ष की पोस्ट बेसिक बीएससी नर्सिंग की परीक्षा छह अगस्त, बीएससी नर्सिंग की आठ अगस्त और एमएससी नर्सिंग की 18 अगस्त से आयोजित करने की घोषणा की गई थी।
विश्वविद्यालय ने सीबीआइ जांच में पात्र मिले 169 और डेफिसिट (कुछ कमियों वाले) 73 नर्सिंग कालेजों के सत्र 2021-22 के छात्र-छात्राओं की परीक्षा कराने की तैयारी की थी। अब सीबीआइ जांच में अपात्र मिले 66 नर्सिंग कालेज के छात्रों को भी परीक्षा में सम्मिलित करने का निर्णय हुआ है।
वहीं, ग्वालियर-चंबल संभाग के लगभग 130 नर्सिंग कालेजों ने सीबीआइ जांच के विरुद्ध उच्चतम न्यायालय से स्टे लिया हुआ है। ऐसे में अब समस्त श्रेणी के 450 नर्सिंग कालेजों की परीक्षा एक साथ होगी। लगभग 30 हजार से अधिक परीक्षार्थी होंगे। राहत पाने वाले नर्सिंग छात्र-छात्राओं के नामांकन की प्रक्रिया आरंभ कर दी गई है।
विश्वविद्यालय ने सत्र 2021-22 के प्रश्न पत्र की तिथियों को परिवर्तित करते हुए परीक्षा आवेदन की तिथि भी संशोधित की हैं। छात्र-छात्राओं को बिना विलंब शुल्क के नौ सितंबर तक आवेदन करने का स्वीकार किया है। इसके बाद दो दिन पांच सौ रुपये विलंब शुल्क के साथ आवेदन स्वीकार किए जाएंगे।
आवेदन की प्रक्रिया आनलाइन होगी। पोर्टल पर अपलोड किए गए प्रवेशित छात्रों के नाम, अर्हता, नामांकन एवं अन्य विवरण के परीक्षण का दायित्व कालेज प्रबंधन का होगा। गड़बड़ी के लिए संबंधित कालेज के प्राचार्य उत्तरदाई होंगे।
न्यायालय के निर्देशानुसार नर्सिंग की सत्र 2021-22 की परीक्षा की तैयारियां आरंभ कर दी गई है। इन परीक्षा में और विलंब ना हो इसलिए कार्यपरिषद पूर्व में ही समस्त छात्रों के हित में निर्णय कर चुकी है। शेष रह गए कालेजों के छात्र-छात्राओं के नामांकन की प्रक्रिया के लिए कुछ समय चाहिए था। इसलिए परीक्षा तिथियां संशोधित की गई हैं। नवीन कार्यक्रम के अनुसार निर्धारित समय पर परीक्षा होगी। - डॉ. पुष्पराज सिंह बघेल, कुलसचिव, मप्र आयुर्विज्ञान विश्वविद्यालय