MP Board Exam results 2024 : नई दुनिया प्रतिनिधि, जबलपुर। मध्य प्रदेश माध्यमिक शिक्षा मंडल भोपाल के 10वीं व 12वीं के छात्रों का रिजल्ट का इंतजार है। जहां 10वीं के छात्र विषय का चुनाव करने वाले है, 12वीं के छात्रों को पसंदीदा कालेज चुनना है। ऐसे में विद्यार्थियों के बीच असमंजस की स्थिती है। विद्यार्थी अपने दोस्तों से इस संबंध में चर्चा भी कर रहे है। पेरेंट्स भी बच्चों के भविष्य को लेकर चितिंत हो रहे है। रिजल्ट आने के बाद जल्द ही महाविद्यालयों में सीट फुल हो जाती है।
जिला रोजगार कार्यालय में विषय विशेषज्ञ व काउंसलर रहीं श्वेता रैकवार का कहना है कि कक्षा 10वीं के बाद विद्यार्थियों को ऐसे विषय चुनना चाहिए जो उनके भविष्य को लेकर रूपरेखा तय कर सकें। विद्यार्थियों को जिन विषयों में रुचि हो और उन विषय में वे अच्छे अंकों से उत्तीर्ण हुए हो उन्हे ही कक्षा 11वीं और 12वीं के लिए चुनना चाहिए। यह भी ध्यान देने की जरूरत है कि जिन विषयों को कक्षा 11वीं में चुनें उसी विषयों को वे अपने कालेज की पढ़ाई के लिए चुनें।
आगे स्नातक और स्नातकोत्तर भी उन्हीं विषयों पर कर विषय पर महारत हासिल करें। इससे न केवल उनके भविष्य के लिए एक लक्ष्य तय होगा बल्कि रोजगार चुनने में भी उन्हें आसानी होगी। उनका कहना है कि कई बार विद्यार्थी कक्षा 11वीं में अलग विषय चुनते हैं लेकिन खराब रिजल्ट और विषय में मन न लगने पर कालेज पहुंचने पर विषय बदल लेते हैं, ऐसा नहीं करना चाहिए। जो भी विषय चुनें वह सोच समझकर, रुचि और शिक्षकों के मार्गदर्शन में चुनें और आगे उसी में महारत हासिल करें।
काउंसर का कहना है कि पेरेंट्स को इस बात का ध्यान रखना होगा, कि बच्चों पर विषय चयन को लेकर दबाव ना डाले। बच्चों की क्षमता के अनुसार उन्हें विषय चयन में मदद करें। अपनी पसंद बच्चों पर न थोपें। मेडिकल व इंजीनियरिंग के अलावा अन्य क्षेत्र भी हैं, बच्चों को प्रेरित करें। बच्चों को करियर में उनके अनुसार आगे बढ़ने दें।