नईदुनिया, जबलपुर(Jabalpur News)। जनजातीय कार्य विभाग मंत्री कुंवर विजय शाह ने बुधवार को गोंडवाना के अमर शहीद राजा शंकर शाह एवं कुंवर रघुनाथ शाह के बलिदान दिवस पर जबलपुर रेलवे स्टेशन के समीप स्थित उनकी प्रतिमा पर श्रद्धासुमन अर्पित किए। इस दौरान उन्होंने कहा कि भारत के स्वतंत्रता संग्राम में अपने पूर्वज के योगदान को याद करने का दिन है, जिन्होंने अंग्रेजी हुकूमत के खिलाफ संघर्ष करते हुए अपना सर्वस्व न्यौछावर कर दिया। अंग्रेजों ने उनकी स्वतंत्रता गतिविधियों को देखते हुए इसी दिन 18 सितंबर 1857 को एल्गिन हास्पिटल के सामने तोप के मुंह में बांधकर उड़ा दिया था।
मंत्री शाह ने कहा कि राजा शंकरशाह और रघुनाथशाह की फिल्म लोगों को दिखाई जाए। मकड़ई रानी दुर्गावती के 52 गढ़ों में से एक था और वे स्वंय को रानी दुर्गावती के वंशज मानते हैं। साथ ही कहा कि वह घटना बहुत ही हृदय विदारक था, जब राजा शंकरशाह व रघुनाथशाह को तोप के मुंह में बांधकर उड़ा दिया गया था। उन्होंने कहा कि ऐसे वीर शहीदों के बलिदान दिवस को समाज एकजुट होकर मनायें।
कार्यक्रम में मंत्री ने कहा कि गढ़ा में गोंडवाना साम्राज्य के स्मृतियों का विकास करेंगे तथा राजा शंकरशाह व रघुनाथशाह के संग्रहालय में 10 करोड़ की लागत से 500 सीटर वातानुकूलित आडिटोरियम भी बनाया जाए। उन्होंने पुराने डीएफओ ऑफिस में जहां राजा शंकरशाह व रघुनाथशाह को बंदी बनाया गया था, उस स्थल का भी निरीक्षण किया और वहां श्रद्धासुमन अर्पित किए। इस अवसर पर गढ़ा गोंडवाना संरक्षक किशोरीलाल भलावी, पूर्व विधायक नन्हेलाल धुर्वे, नेमसिंह मरकाम, गया धुर्वे, राजेन्द्र चौधरी, कलेक्टर दीपक सक्सेना, पुलिस अधीक्षक आदित्य प्रताप सिंह, सहायक आयुक्त जनजातीय कार्य विभाग एनएस रघुवंशी सहित प्रशासनिक अधिकारी व बड़ी तादात में जन समुदाय मौजूद रहा।
राजा शंकर शाह-कुंवर रघुनाथ शाह के बलिदान दिवस के मौके पर जनजातीय कल्याण मंत्री कुंवर विजय शाह मंचासीन थे। इस मौके पर उन्होंने 10 करोड़ रुपये की लागत से आडिटोरियम बनाए जाने की उन्हाेंने घोषणा की। साथ ही वे अधारताल में आदिवासी छात्रावास भी पहुंचे और छात्र संवाद कार्यक्रम में शामिल हुए। इस अवसर पर छात्रसंघ के प्रदेश अध्यक्ष शुभम चौधरी, प्रदेश उपाध्यक्ष महेश अहिरवार, सोनेलाल, संरक्षक कामेंद्र परस्ते उपस्थित थे।