नईदुनिया प्रतिनिधि, जबलपुर। ठंड की विदाई से पहले मौसम की रंगत पल-पल बदल रही है। रविवार को मौसम के कुछ अलग ही रूप नजर आए। शुक्रवार की रात बूंदाबांदी के बाद वर्षा का जो सिलसिला शुरू हुआ रूक-रूक कर सुबह तक और फिर दोपहर तक जारी रहा। मार्च के महीने में नजारा मानसून सा नजर आया।
वर्षा जल की निकासी न होने से सड़क किनारे जगह-जगह पानी के डबरे भरे रहे, निर्माण कार्य स्थल कीचड़ में तब्दील नजर आए। दोपहर बाद फिर मौसम ने रूप बदला और तेज धूप निकल आई, शाम होते ही तीसरी बार मौसम ने करवट बदली और रात में सर्दी का अहसास बढ़ गया। लोग ठंडने से बचने गर्म कपड़े पहन कर निकले। मौसम विभाग के रिकार्ड में सुबह से शाम तक 1.4 मिलीमीटर और 24 घंटे के दौरान 4.3 मिलीमीटर वर्षा दर्ज की गई।
अलग-अलग मौसम प्रणालियों से बदल रहा मौसम-
क्षेत्रीय मौसम कार्यालय के विज्ञानी डा देवेंद्र तिवारी ने बताया कि पश्चिमी विक्षोभ के असर से मौसम में बदलाव देखने मिल रहा है। राजस्थान के ऊपर एक कम दबाव का क्षेत्र बना हुआ है वहीं उत्तर पूर्वी बिहार में चक्रवातीय परिसंचरण सक्रिय है। वहीं हवा की दिशा उत्तर से बदल कर दक्षिणी पूर्वी रही। हवा के साथ अरब सागर से नमी आने से बादल बन रहे वर्षा भी हो रही है। अगले 24 घंटे के दौरान जबलपुर सहित संभाग के जिलाें में अनेक स्थानों पर वर्षा होने और कहीं-कहीं ओलावृष्टि की संभावना है। वहीं पांच मार्च के बाद एक नया पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय हो रहा है।
पश्चिमी विक्षोभ ने ठंडे किए सूरज के तेवर
पश्चिमी विक्षोभ के असर से बढ़ती गर्मी पर फिर ब्रेक लग गया है। पिछले दो दिनों से सूरज की तल्खी बढ़ गई थी। गुरुवार, शुक्रवार को तेज धूप से ऐसा लगा मानो गर्मी ने दस्तक दे दी हो। दिन का अधिकतम तापमान भी 34.3 डिग्री तक पहुंच गया था। लेकिन पश्चिमी विक्षोभ ने सूरज के तेवर पर पानी फेर दिया।मौसम ने ऐसी करवट बदली कि बादल, वर्षा के कारण 24 घंटे के भीतर ही अधिकतम तापमान औंधे मुंह नीचे आ गिरा। तापमान में 10 डिग्री तक की गिरावट दर्ज की गई। शनिवार को अधिकतम तापमान 9.8 डिग्री की गिरावट के साथ 24.5 डिग्री सेल्सियस रिकार्ड किया गया वहीं न्यूनतम तापमान जरूर चार डिग्री बढ़कर 19.4 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।