जबलपुर, नईदुनिया प्रतिनिधि। मानसूनी सिस्टम कमजोर पड़ने से सावन का आधा महीना बिना रिमझिम के ही बीता। अब जब सावन की विदाई होने वाली है तब भी मानसून मेहरबान नहीं हो रहा। बारिश न होने से सूरज ने भी आंखें तरेरनी शुरू कर दी है। शुक्रवार को सुबह से ही सूरज के तेवर तल्ख रहे। तेज धूप और उसम भरी गर्मी लोगों को हलकान करने लगी है। हालांकि आसमान में बादलों की आवाजाही बीच-बीच में धूप से राहत दे रही है। बारिश का दौर थमने से तापमान में उछाल आने लगा है। रही सही नमी भी अब खत्म हो रही है। जिससे वातावरण में उमस भरी गर्मी का अहसास बढ़ने लगा है।
कम दबाव से बंधी उम्मीद : हालांकि दक्षिण राजस्थान के ऊपर बने कम दबाव के क्षेत्र से आसमान पर बादल छा रहे हैं जो मानसूनी सीजन का आभाष करवा रहे हैं। उम्मीद है कि बौछारें पड़ेंगी। जबलपुर में अब तक पिछले वर्ष की तुलना में एक तिहाई बारिश भी नहीं हुई है। मानसूनी सीजन एक जून से अब तक जिले में 426.6 मिमी यानी 17 इंच ही बारिश हुई है। जबकि पिछले साल आज के दिन तक कुल बारिश का आंकड़ा 531 मिमी यानी करीब 21 इंच पहुंच गया था । जिले में औसतन 52 इंच बारिश दर्ज की जाती है।
बादलों के बीच निकल रही धूप: मौसम में आए बदलाव के कारण बारिश जहां थम गई है। वहीं आसमान पर बादल अब भी छाए हुए हैं। बादलों की ओट से झांकते सूरज की तेज चमक भी अब लोगों को परेशान करने लगी है। बादल, धूप के बीच वातावरण में ऐसी उमस भरी गर्मी बढ़ी कि लोग बेचैन हो गए।
दो-तीन दिन नहीं बारिश की उम्मीद: मौसम विभाग की माने तो मानसून ट्रफ उत्तर में शिफ्ट हो गया है। जिसके कारण जबलपुर में मानसूनी सिस्टम कमजोर पड़ गया है। हालांकि मौसम विभाग ने कम दबाव के असर को देखते हुए जबलपुर सहित संभाग के जिलों के कुछ स्थानों पर छिटपुट बौछारें पड़ने की संभावना जताई है।
तापमान बढ़ रहा : मानसून की बेरुखी से सावन सूखा बीत रहा है। सावनी फुहारों पिछले एक सप्ताह से थम गई हैं। बारिश न होने से तापमान भी अब बढ़ने लगा है। गुरुवार को अधिकतम तापमान सामान्य से तीन डिग्री बढ़कर 31 से 32 डिग्री और न्यूनतम 23-24 डिग्री सेल्सियस रिकार्ड किया जा रहा है।