जबलपुर, नईदुनिया प्रतिनिधि। शहर को स्मार्ट बनाने के लिए अब चौतरफा बुल्डोजर चलेगा। तोड़फोड़ भी जमकर होगी। दरअसल स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट में बाधक बने अतिक्रमण व अवरोधों को युद्धस्तर पर हटाया जाएगा। दरअसल अवैध अतिक्रमण और अवरोधों के चलते स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट के तहत कराए जा रहे कार्य बीते पांच वर्षों बाद भी पूरे नहीं हो पा रहे हैं। समय सीमा में विकास व निर्माण कार्य पूरे न किए जाने का मामला हाई कोर्ट तक पहुंच गया है। लिहाजा कोर्ट की फटकार के बाद अब जबलपुर स्मार्ट सिटी और नगर निगम ने स्मार्ट सिटी के प्रस्तावित कार्यों को जल्द से जल्द पूरा करने का निर्णय ले लिया है। जिसके तहत विकास व निर्माण कार्यों में बाधक अतिक्रमण व अवरोधों को युद्धस्तर हटाने के आदेश भी जारी कर दिए गए हैं।
स्मार्ट सिटी सीईओ ने जारी किए आदेश: स्मार्ट सिटी सीईओ निधि सिंह राजपूत ने स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट में बाधक अतिक्रमण, अवरोधों को हटाने के आदेश जारी किए हैं। नगर निगम के अतिक्रमण शाखा को दिए गए आदेशों में प्रोजेक्ट स्थल व चिहिंत स्थानों पर युद्धस्तर पर अभियान चलाकर जल्द से जल्द स्मार्ट रोड निर्माण में काबिज अवैध अतिक्रमण, घरों की दीवारे व अन्य अवरोधों को हटाने कहा गया है। ताकि स्मार्ट सिटी के प्रोजेक्ट को रफ्तार दी जा सके।
इन निर्माण कार्यों में आ रही ये बाधाएं:
- घमापुर- रांझी स्मार्ट रोड
स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट के तहत घमापुर से रांझी तक करीब 24 करोड़ की लागत से करीब 80 फीट की स्मार्ट रोड बनाई जा रही है। रांझी से गोकुलपुर के आगे तक रोड बनाई जा चुकी है। सतपुला का कुछ हिस्सा छूट गया है। चुंगी चौकी से रामलीला मैदान के आगे तक रोड बनाई जा चुकी है। लेकिन बीच-बीच में रोड के दोनों तरफ निजी संपत्तियां अब भी बाधक बनी हुई हैं। इन्हें हटाने के लिए नगर निगम कई बार संबंधितों को नोटिस जारी कर चुका। लेकिन नेतागिरी के चलते इन्हें हटाया नहीं जा सका। बीते चार साल बाद भी निर्माण पूरा नहीं हो पा रहा। लिहाजा रोड निर्माण के अवरोधों को हटाने कहा गया है।
- स्मार्ट रोड फेस, दो और तीन
स्मार्ट रोड प्रोजेक्ट फेस टू के तहत शहीद स्मारक के चारों तरफ गोलबाजार से कछियाना तक स्मार्ट रोड प्रस्तावित है। लेकिन यहां भी चारों तरफ अस्थाई अतिक्रमण व प्रस्तावित रोड तक बने मकान व दीवार अवरोधक बनी हुई है। स्मार्ट सिटी ने इन्हें भी हटाने के आदेश जारी किए गए हैं। इसी तरह स्मार्ट रोड फेज तीन के तहत घंटाघर से तेयब अली चौक और तेयबअली चौक से नौदराब्रिज तक स्मार्ट रोड बनाया जाना प्रस्तावित है। अन्य स्मार्ट रोड की तरह यहां भी दोनों तरफ बाधाएं हैं। जिन्हें हटाने कहा गया है।
- एनएमटी की राह में कब्जे
इसी तरह नॉन मोटराइज्ड ट्रेक यानी एनएमटी की राह में रोड़ा बने अतिक्रमण भी युद्धस्तर पर हटाए जाएंगे। आदेश के तहत एनएमटी टू के तहत नगर निगम वर्कशॉप से नौदराब्रिज तक और फेज तीन के तहत देशबंधु काम्पलेक्स से घंटाघर तक प्रस्तावित एनएमटी निर्माण के लिए बाधक अवैध अतिक्रमण और अवरोधों को बुल्डोजर चलाकर हटाया जाएगा। करीब 10 करोड़ रुपये की लागत से करीब चार किमी लंबा एनएमटी मदन महल भातखंडे संगीत विद्यालय से घंटाघर तक प्रस्तावित है। लेकिन एनएमटी निर्माण का अभी तक पहला फेज ही पूरा हो पाया है।
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स्मार्ट सिटी की परियोजनाओं में शामिल निर्माण कार्यों में बाधक अवरोधों को हटाने के निर्देश प्राप्त हुए हैं। जल्द ही मुहिम चलाकर अवरोधों को हटाया जाएगा।
वेदप्रकाश चौधरी, सहायक आयुक्त व अतिक्रमण प्रभारी नगर निगम