जबलपुर, नईदुनिया प्रतिनिधि। बच्चों की आनलाइन कक्षाएं शुरू हो चुकी हैं, नई कक्षा में जाने वाले बच्चों ने प्रवेश के लिए दाखिला भी ले लिया है। नए सत्र की पढ़ाई के लिए आनलाइन कक्षाएं शुरू हो गई हैं। अभी तक निजी स्कूलों की ही कक्षाएं चल रही थीं, लेकिन अब सरकारी स्कूलों की भी कक्षाएं शुरू हो गई हैं। जिससे बच्चों की दिनचर्या बदल रही है। अब केन्द्रीय विद्यालयों की भी पढ़ाई होने लगी है। कक्षाओं के लिए बच्चे सुबह जल्दी उठ रहे हैं और अपना ज्यादातर वक्त होमवर्क करने में व्यतीत कर रहे हैं। कोरोना के कारण बदली बच्चों की दिनचर्या अब धीरे-धीरे सुधर रही है। बच्चे जब स्कूल जाते थे, उसी तरह से अब बच्चे सुबह जल्दी उठ रहे हैं और समय-समय से अपनी आनलाइन कक्षाएं ले रहे हैं। एक दिन में दो से तीन कक्षाएं लगाई जा रही हैं। आनलाइन कक्षाओं में बच्चों की सहभागिता बढ़ रही है।
बच्चे आनलाइन कक्षाओं में हुए सहज : निजी स्कूल की शिक्षक संगीता श्रीवास्तव ने बताया कि छोटे बच्चों के लिए जब आनलाइन कक्षाएं शुरू की तो उनकी सहभागिता काफी कम थी, लेकिन अब धीरे-धीरे उनकी सहभागिता बढ़ रही है और वे आनलाइन कक्षाओं में सहज महसूस कर रहे हैं। पहले जहां वे शिक्षकों के कुछ पूछने पर भी जवाब देने में संकोच कर रहे थे। अब रोजाना आनलाइन कक्षा में एक कक्षा सिर्फ बच्चों के साथ वन-टू-वन की जाती है। जिससे बच्चे सवालों का जवाब भी दे रहे हैं और एक्टिव भी हो रहे हैं। आनलाइन कक्षा में वन टू वन इंट्रेक्शन से बच्चों का आत्मविश्वास भी बढ़ रहा है और वे मानसिक रूप से इन सब के लिए तैयार हो रहे हैं।
स्कूल की तरह बन गया है टाइम टेबल : जब बच्चे स्कूल जाते हैं, तो वे सुबह जल्दी उठते हैं और स्कूल के लिए तैयार होने लगते हैं। स्कूल तो बंद है, लेकिन वर्चुअल रूप से चल रहे स्कूल में उनकी सहभागिता बढ़ गई है। वे आनलाइन कक्षा के लिए अपनी सुबह जल्दी उठ रहे हैं। व्यायाम कर रहे हैं और फिर पढ़ाई में अपना समय दे रहे हैं। विभिन्न विषयों की कक्षा होने के बाद उनका बाकी का समय होमवर्क करने में बीत रहा है। इस तरह से बच्चों की मस्ती खत्म हो रही है और वे पढ़ाई में व्यस्त हो गए हैं।