Jabalpur News: जल, जंगल, जमीन को बचाना होगा- प्रो.कपिल देव मिश्र
हरित क्रांति के समय विज्ञान का उपयोग कर पैदावार तो हमने बढ़ाई, लेकिन उसका परिणाम आज हम देख रहे हैं।
By Ravindra Suhane
Edited By: Ravindra Suhane
Publish Date: Mon, 10 May 2021 02:05:00 PM (IST)
Updated Date: Mon, 10 May 2021 02:05:08 PM (IST)
जबलपुर, नईदुनिया रिपोर्टर। हरित क्रांति के समय विज्ञान का उपयोग कर पैदावार तो हमने बढ़ाई, लेकिन उसका परिणाम आज हम देख रहे हैं। रासायनिक खाद के कारण खेती अब जहरीली हो रही है, जमीन बंजर हो रही है, जल का स्तर नीचे जा रहा है। विकास ऐसा होना चाहिए जिसका लाभ आज भी मिले और कल भी मिले।
पर्यावरण और प्रकृति का दोहन नहीं, विकास भी होना चाहिए यह बात सामाजिक विकास एवं प्रबंध परिषद के द्वारा आयोजित अंतरराष्ट्रीय संगोष्ठी संपोषिय कृषि एवं ग्रामीण विकास में रादुविवि के कुलपति प्रो.कपिल देव मिश्र ने कही। इन्होंने कहा कि आज आवश्यकता है कि जल, जंगल, जमीन को बचाना होगा। भारत आर्थिक परिषद के सचिव प्रो.डीके मदान, पटियाला विश्वविद्यालय के द्वारा पंजाब में कृषि विकास की चर्चा करते हुए कहा गया कि आज पंजाब में कृषि विकास के साथ ही ग्रामीण विकास तेजी से हुआ है। आज भारत की अर्थव्यवस्था में पंजाब का महत्वपूर्ण योगदान है।
कार्यक्रम में डॉ.देवेन्द्र कुमार ने कहा कि वैश्वीकरण के नाम पर जो बहुराष्ट्रीय कंपनियां भारत में कृषि क्षेत्र में प्रवेश करना चाहते हैं उन्हें रोकना होगा, जैविक खेती, कृषि आधारित उद्योग आदि को बढ़ावा देने की आवश्यकता आज है। संगोष्ठी में कोरिना सुजेदा, रोमानिया, डॉ.ड्रागन जोनोवा, मैकडोनिया, वैदराना सराक, कोरोटिया, डॉ.मारिया-फिलीपिंस, डॉ.जितेन्द्र यादव, डॉ.संजय तिवारी, डॉ.प्रवीण झा, ब्रजेश उइके, निश्चय विश्वकर्मा के साथ ही पूरे देश व अन्य देशों से 167 प्रतिभागियों ने हिस्सा लिया। संगोष्ठी में बेस्ट पेपर एवं बेस्ट पेपर प्रेजेंटेशन का पुरस्कार दिया गया। शोध पत्रों का प्रकाशन अंतरराष्ट्रीय जर्नल में किया गया।