जबलपुर। नईदुनिया प्रतिनिधि
रेलवे लाइन पर ट्रेनों के बढ़े दबाव को कम करने के लिए अब रेल लाइन पर फ्लाईओवर बनाए जा रहे हैं। जबलपुर रेल मंडल का पहला फ्लाईओवर कटनी में बन रहा है। यह मध्यप्रदेश का सबसे बड़ा रेल फ्लाईओवर होगा, जिसकी लंबाई तकरीबन 15 किमी है। इसका निर्माण इरकॉन कंपनी कर रही है।
जबलपुर से तकरीबन 90 दूर कटनी रेलवे स्टेशन के तीनों ओर बने न्यू कटनी जंक्शन, कटनी मुडवारा, कटनी साउथ रेलवे स्टेशन को जोड़ते हुए इस फ्लाईओवर को बनाया जा रहा है, इसकी मदद से यात्री ट्रेनें और मालगाड़ियों को व्यस्त स्टेशन कटनी में रोके बिना ही फ्लाईओवर से सीधे एक ओर से दूरी ओर निकाला जाएगा।
15 किमी की अप और 15 किमी की डाउन लाइन
इस प्रोजेक्ट की लागत तकरीबन 500 करोड़ थी। उस वक्त इसे तकरीबन 12 किमी लंबा बनाया जाना था, लेकिन बीच में आ रही जमीन और फ्लाईओवर के पिलर जैसे सभी पहलुओं को देखते के बाद इसकी लंबाई बढ़ाकर 15 किमी कर दी गई। इसके बाद इसकी लागत तकरीबन 1 हजार करोड़ से ऊपर पहुंच गई है।
2022 तक तैयार करना है फ्लाईओवर
मध्यप्रदेश का ही नहीं बल्कि पश्चिम मध्य रेलवे के जबलपुर, भोपाल और कोटा मंडल की सीमा में अब तक इतना लंबी फ्लाईओवर नहीं बनाया गया है। यह आधुनिक तकनीक और सिग्नल-पॉइंट से युक्त होगा। खास बात यह है कि इस फ्लाईओवर से दूसरी लाइनों को निकाला जाएगा, तो कटनी या इसके आसपास बने स्टेशन से होकर गुजरेंगी। रेल लाइन के फ्लाईओवर का काम 2022 तक पूरा करना है, लेकिन मौजूदा हालात देखकर इसकी उम्मीद कम दिख रही है।
ऐसा होगा फ्लाईओवर
कटनी स्टेशन से सिंगरौली रेल लाइन की ओर बने पहले कटंगी खुर्द स्टेशन से यह फ्लाईओवर शुरू होगा, जो न्यू कटनी जंक्शन से होते हुए बीना रेलवे ट्रैक पर बने मझगवां फाटक पर जाकर जुड़ेगा। तकरीबन 15 किमी लंबे इस फ्लाईओवर में कटनी साउथ, कटनी स्टेशन के लिए भी रेल लाइन निकलेंगी।
ऐसे समझें
- जबलपुर से जाने वाली ट्रेनें कटनी साउथ पर आकर ठहरती हैं।
- इन्हें बीना की ओर ले जाने पर कटनी मुडवारा से होकर निकाला जाता है।
- जबलपुर की ट्रेन सिंगरौली की ओर ले जाना हो तो इन्हें न्यू कटनी जंक्शन से निकालते हैं।
- सतना की ओर जाने वाली ट्रेनों को कटनी स्टेशन से होकर ही निकलना होता है।