जबलपुर, नईदुनिया प्रतिनिधि। अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक और डीएसपी बनकर एक लाख की ठगी करने वाले ठगों को पुलिस अब तक नहीं पकड़ पाई है। ठगों ने पनागर तथा शहपुरा भिटौनी में ठगी की दो घटनाओं को अंजाम दिया था। एफआइआर दर्ज कर पुलिस तलाश में जुटी है। ठगों की तलाश में पुलिस की कई टीमों को प्रदेश के बाहर अन्य शहरों में भेजा गया है। विदित हो कि अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक के नाम पर पनागर में पेट्रोल पंप संचालक प्रवीण मिश्रा से 49 हजार रुपये ठगी का रोचक मामला सामने आया था। ठगी करने वाले ने पनागर थाने में संपर्क कर स्वयं को अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक बताया था। जिसके बाद पुलिस के माध्यम से पेट्रोल पंप संचालक से बात कर अपने खाते में 49 हजार रुपये जमा करा लिए थे।
जालसाज ने 29 जुलाई को थाने के लैंडलाइन पर फोन किया था। प्रधान आरक्षक सुरेश द्विवेदी से उसने बात की। स्वयं को एएसपी बताकर उसने प्रधान आरक्षक को नजदीकी पेट्रोल पंप संचालक से संपर्क कराने के लिए कहा। प्रधान आरक्षक द्विवेदी आरक्षक नरेंद्र पाटिल व रूपेश के साथ पेट्रोल पंप पहुंचे। उन्होंने दिए गए नंबर पर पेट्रोल पंप संचालक से बात करने के लिए कहा। पंप संचालक ने संबंधित नंबर पर फोन लगाया तो आकस्मिक परिस्थिति का हवाला देकर बिना देर किए 50 हजार रुपये की मांग की। जिसके बाद पंप संचालक ने संबंधित बैंक खाते में 49 हजार रुपये ट्रांसफर कर दिए। पंप संचालक प्रवीण मिश्रा की मुलाकात थाना प्रभारी सोनी से हुई। घटना की जानकारी मिलने पर थाना प्रभारी ने वरिष्ठ अधिकारियों से संपर्क किया तो पता चला कि संचालक ठगी का शिकार हो गया। सायबर सेल की मदद से बैंक खातों व मोबाइल नंबर की जांच की गई तो अलवर राजस्थान की जानकारी मिली। पुलिस अधीक्षक सिद्धार्थ बहुगुणा के निर्देश पर गठित पुलिस टीम अलवर राजस्थान के लिए रवाना हो चुकी है।
इधर, शहपुरा भिटौनी वार्ड नं 14 निवासी संजय जैन 50 से मोबाइल पर संपर्क कर जालसाज डीएसपी बन गया और बच्चे की फीस जमा करने के लिए 50 हजार रुपये का चूना लगा दिया। जालसाज ने संजय जैन से मोबाइल पर संपर्क कर कहा कि वो पुलिस अधीक्षक कार्यालय में पदस्थ है। बच्चों की फीस जमा करने के लिए 50 हजार मांगे। फर्जी डीएसपी ने उसे धनश्याम शर्मा नाम के खाता धारक का खाता नम्बर दिया। जैन ने उसने बैंक अकाउंट में 50 हजार रुपये ट्रांसफर कर दिए। 27 से 29 जुलाई तक जैन की फर्जी डीएसपी से मोबाइल पर बातचीत होती रही। जिसके बाद अचानक मोबाइल नंबर बंद हो गया। शिकायत पर विभिन्न धाराओं के तहत प्रकरण दर्ज कर जालसाज की तलाश शुरू कर दी है।