Jabalpur News : अतुल शुक्ला, नई दुनिया जबलपुर। पश्चिम मध्य रेलवे के केंद्रीय अस्पताल से लाखों के इंजेक्शन चोरी की जांच अभी पूरी भी नहीं हुई है और इंजेक्शन चोरी का एक और नया मामला सामनेे आया है, लेकिन यह मामला रेल अस्पताल से लेकर कमर्शियल और आरपीएफ पर सवाल खड़े करता है। लगभग दो माह पूर्व केंद्रीय रेल अस्पताल जबलपुर से महंगे इंजेक्शन का एक बाक्स अमरकंटक ट्रेन से बिलासपुर भेजा गया, लेकिन यह वहां नहीं पहुंचा।
इस पूरे मामले में चौकने वाली बात यह है कि इस बाक्स को तलाशने में रेल अस्पताल से लेकर कमर्शियल विभाग के पसीने छूट गए, पर उन्हें सफलता हाथ नहीं लगी, पर अचानक कुछ दिन पूर्व इंजेक्शन का बाक्स सतना रेलवे स्टेशन के प्लेटफार्म पर बने स्टाल के पास मिला। अब जबलपुर रेल मंडल की आरपीएफ जांच कर रही है कि दो माह तक यह बाक्स कहां था और दो माह बाद यह सतना स्टेशन के प्लेटफार्म पर कैसे पहुंचा।
सूत्रों की माने तो दो माह पूर्व अमरकंटक एक्सप्रेस के पार्सल कोच से गायब हुए इंजेक्शन का बाक्स में कीमती इंजेक्शन रखे थे, जिसकी कीमत लगभग चार से पांच लाख बताई गई है। इन्हें रेलवे के कर्मचारी ने इन्हें जबलपुर के पार्सल विभाग के कर्मचारी की मदद से बुक किया, लेकिन इसमें बारकोड नहीं डाला। इससे पार्सल को ट्रेस नहीं किया जा सका।
रेल अस्पताल से चोरी गए इंजेक्शन की जांच चल रही थी, इसकी भनक इंजेक्शन चोरी करने वाले गिरोह को लगी और उन्होंने चोरी किए गए इंजेक्शन के बाक्स को सतना स्टेशन के उस जगह छोड़ा, जहां पर कैमरे नहीं थे। आरपीएफ सतना इस मामले की जांच कर रही है, लेकिन थाना प्रभारी को यह पता नहीं है कि प्लेटफार्म पर इंजेक्शन का बाक्स किसने रखा।
दो माह तक इंजेक्शन को तलाशने के लिए रेलवे अस्पताल के डाक्टर से लेकर कमर्शियल विभाग के अधिकारी जुटे रहे। अमरकंटक एक्सप्रेस से पार्सल गायब हो गया, लेकिन जबलपुर पार्सल विभाग के अधिकारी-कर्मचारी को इसकी खबर तक नहीं लगी। दो माह तक लाखों के इंजेक्शन गायब रहे, लेकिन इस चोरी को रेलवे अस्पताल से छिपा लिया।
अब तक अचानक इंजेक्शन का बाक्स सामने आया तो आरपीएफ इसकी जांच कर रही है, लेकिन अभी तक आरपीएफ की जांच में यह सामने नहीं आया है कि दो माह तक यह बाक्स किसके पास रहा। सूत्र बताते हैं कि जबलपुर रेल मंडल में इंजेक्शन चोरी का गिरोह सक्रिय है, जिसमें रेल अस्पताल से लेकर पार्सल विभाग से जुड़े लोगों के सामने आने का अंदेशा है।
दो माह पूर्व अमरकंटक ट्रेन से जबलपुर से बिलासपुर एक इंजेक्शन का बाक्स गया था, लेकिन कुछ दिन पहले सतना स्टेशन पर मिला। इसकी जांच की जा रही है कि यह वहां कैसे पहुंचा और दाे माह तक यह बाक्स कहां रहा।
अरूण त्रिपाठी, सीनियर डीएससी जबलपुर रेल मंडल
रेल अस्पताल के अधिकारियों ने बताया था कि उन्होंने अमरकंटक एक्सप्रेस में पार्सल से बुक कराकर एक इंजेक्शन बाक्स भेजा था, जो नहीं मिल रहा है। हमने उसकी जांच की, लेकिन उसका पता नहीं चला। अभी जानकारी लगी है कि वह सतना स्टेशन के प्लेटफार्म पर लवारिश मिला है।
विश्वरंजन, सीनियर डीसीएम, जबलपुर रेल मंडल