जबलपुर, नईदुनिया प्रतिनिधि। डा़ श्यामा प्रसाद मुखर्जी वार्ड के अंतर्गत आने वाले बर्न कंपनी छुईखदान क्षेत्र में बनाया गया नगर निगम का कचरा डंपिंग केंद्र स्थानीय रहवासियों का जीन मुहाल किए हैं। इस केंद्र में आसपास के क्षेत्र का कचरा फेंका जा रहा है। कचरे से उठने वाली दुर्गंध न तो चैन से खाने देती है न सोने देती है।
नगर निगम ने यहां कचरा डंपिंग केंद्र इसलिए बनाया है, ताकि कचरे को तुरंत ही काम्पेक्टर वाहन में भरकर कठौंदा पहुंचा दिया जाए। लेकिन नगर निगम के जिम्मेदारों की अनदेखी के चलते कचरे का उठाव तुरंत नहीं किया जा रहा है। स्थानीय नागरिकों ने बताया कि जब से यहां केंद्र बनाया गया है जब से उनका जीना मुहाल हो गया है। इसी तरह बजरंग नगर में भी सफाई व्यवस्था पटरी से उतरी हुई है। नगर निगम और रेलवे की सीमा का पेंच फंसने से ढंग से साफ-सफाई नहीं हो पा रही है।
स्थानीय नागरिकों ने बताया कि ननि के कर्मचारी रेलवे के सफाई ठेकेदार और रेलवे के सफाई कर्मचारी नगर निगम की हद बताकर ढंग से सफाई नहीं कर रहे हैं। जिसके कारण कचरे का नियमित उठाव भी नहीं हो पा रहा है। रेलवे कालोनी के रहवासी भी हलकान- बजरंग नगर के समीप ही रेलवे कालोनी भी बनी है। कालोनी में बनाए गए आवासों की हालात भी बेहद खराब हो चुकी है।
आवासों में रहने वाले रेलवे कर्मचारियों ने बताया कि कालोनी में सेप्टिक टैंक लीकेज की बड़ी समस्या है। गंदा पानी क लीकेज होने और उसकी निकासी ढंग से न हो पाने के कारण दुर्गंध उठती रहती है। बच्चे भी यहीं खेलते हैं खुले चैंबर के कारण उनमें गिरने का खतरा भी सदैव बना रहता है। रेलवे के ठेके के सफाई कर्मचारी भी यहकर पल्ला झाड़ लेते कि ये उनका काम नहीं है।
वर्षाकाल में बनते हैं जलभराव के हालातबर्न कंपनी, बजरंग नगर, पुलिस क्वार्टर सहित आस-पास के क्षेत्र में जल निकासी की व्यवस्था भी चौपट है। वर्षाकाल में इन क्षेत्रों में ऊपरी हिस्से से जब बरसाती पानी का रैला आता है तो जगह-जगह पानी भर जाता है। नगर निगम द्वारा बर्न कंपनी से लेकर बजरंग नगर तक नाली का निर्माण तो कराया जा रहा है, लेकिन काम की रफ्तार बेहद सुस्त है। वर्षा के पानी के कारण बजरंग नगर से बर्न कंपनी की तरफ जाने वाले मार्ग पर घुटने तक पानी भर जाता है। बीच की सड़क भी इतनी खराब है बनने के कुछ दिन बाद ही उसके परखच्चे उड़ जाते हैं।
रेलवे कालोनी में गंदे पानी की निकासी व्यवस्था दुरुस्त किए जाने की जरूरत है। रेलवे के सफाई ठेकेदार भी इस तरफ ध्यान नहीं देते जिसके कारण कालोनी वासी परेशान हैं।रेखा नेगी, स्थानीय नागरिक
कालोनी में सेप्टिक टैंक लीकेज की समस्या बहुत पुरानी है। अभी तक इसका निराकरण नहीं किया गया है। चैंबर टूटे और खुले पड़े हैं, बच्चे यहीं खेलते हैं किसी दिन गंभीर हादसा हो सकता है।राजकुमारी बर्मन, स्थानीय नागरिक
क्षेत्र की सफाई व्यवस्था ठीक नही है। नगर निगम और रेलवे की सीमा को लेकर सफाई कर्मचारी मनमानी करते हैं। कभी कभी कचरा तक नहीं उठता।ममता यादव, स्थानीय नागरिक
क्षेत्र में सफाई, पानी, सड़क जैसी मूलभूत सुविधाओं की तरफ ध्यान देने की आवश्यकता है। सभी को अपनी जिम्मेदारी समझनी चाहिए ताकि नागरिकों को परेशानी न हो।साक्षी गौतम , स्थानीय नागरिक
क्षेत्र की सफाई व्यवस्था में सुधार लाने के प्रयास किए जा रहे है। बर्न कंपनी के पास बना कचरा डंपिंग प्वाइंट रहवासियों के लिए मुसीबत बना है। इसके अलावा वार्ड के अन्य क्षेत्रों में जो भी समस्याएं हैं उनका निराकरण कराया जाएगा।अरुणा साहू, पार्षद, श्यामा प्रसाद मुखर्जी वार्ड