Jabalpur News : जबलपुर (नईदुनिया प्रतिनिधि)। जबलपुर पहली बार राष्ट्रीय खेलों की मेजबानी करने जा रहा है। इस खास अवसर पर शहर में देशभर से 28 राज्यों के लगभग 650 से ज्यादा खिलाड़ी और उनके साथ आने वाले 100 से ज्यादा सदस्य यहां रहेंगे। वे शहर, शहरवासियों और आयोजकों की अच्छी छवि लेकर वापस जाएं, इसलिए इनके रहने, खाने और खेलने की ही व्यवस्थाएं तो की ही हैं इसके साथ ही इनके अभ्याय और सुकून भरा माहौल देने के लिए भी व्यवस्थाएं की गई है। खो-खो और तलवारबाजी खेलों के लिए विशाल डोम बनाया गया है, जहां एक साथ दो मैच होंगे। इसमें एक मैच में लगभग 700 से ज्यादा दर्शक बैठ सकेंगे। वहीं डोम में ही खिलाड़ियों के अभ्यास के लिए भी एक प्रैक्टि्स मैदान बनाया है, जहां पर उनके बैठने, अभ्यास और कपड़े बदलने की व्यवस्था की गई है।
शहर के स्वाद और सुकून देगा रानीताल तालाब
स्टेडियम कैम्पस से लगे रानीताल तालाब का कायाकल्प होने के बाद यहां की तस्वीर पूरी तरह से बदल गई है। स्मार्ट सिटी द्वारा तैयार किए गए इस तालाब में लगभग 400 मीटर का पाथ वे बनाया है, जिस पर खिलाड़ी सुकून से घूम सकेंगे। इसके साथ यहां पर खिलाड़ियों और दर्शकों को घूमने के लिए 200 मीटर को लंबा गार्डन बनाया है। इधर खाने-पीने के लिए फूड स्टाल लगाए गए हैं, जहां पर जबलपुर के व्यंजन को मजा लिया जा सकेगा। इसके अलावा यहां की लाइटिंग से लेकर प्राकृतिक सौंदर्य से भरे नाजारे न सिर्फ देशभर से आने वाले खिलाड़ियों के लिए होंगे बल्कि खेलों को देखने के लिए दर्शकों के लिए भी हैं।
200 वालेंटियर रखेंगे व्यवस्था पर नजर
प्रशासनिक अमले को आयोजन की पूरी जिम्मेदारी सौंपी गई है। इसके साथ ही लगभग 200 से ज्यादा वालेंटियर भी आयोजन की व्यवस्था को देखने और समय रहते सुधारने के लिए तैनात किए गए हैं। इन वालेंटियर को रविवार को कलेक्टर सौरभ सुमन ने संबोधित करते इनका जोश बढ़ाया। इधर कलेक्टर ने आयोजन की तैयारियों को जायजा लिया और तैयारी में जुटे लोगों को समय पर तैयारी करने के निर्देश दिए। कलेक्टर ने नईदुनिया से चर्चा करते हुए बताया कि आयोजन की तैयारियां पूरी कर ली गई है। खिलाड़ियों को रूकने, उन्हें होटल से यहां लाने-ले जाने के अलावा उनके खेलने और अभ्यास से जुड़ी सभी व्यवस्थाओं को पूरी कर ली।
एक-दूसरे की मदद कर रहीं टीमें
डोम बनाने से लेकर खाने-पीने के लिए व्यवस्था के लिए खेलो इंडिया यूथ गेम्स आयोजन समिति की टीम लगाई गई हैं। इन टीम की तैयारियों की धीमी रफ्तार की वजह से समय पर काम नहीं हो रहा। मेजबानी कर रहे जबलपुर के अधिकारियों को इनकी रफ्तार बढ़ाने के लिए अपनी टीम भी लगाना पड़ी। तब जाकर काम रविवार को अंतिम चरण में पहुंचा। यहां पर डोम बनाने का काम ही रविवार शाम तक पूरी नहीं हो सका था, हालांकि इसे देर रात तक पूरा कर लिया। इधर वाहनों के खड़े रहने और खिलाड़ियों के भोजन की व्यवस्था के लिए रविवार को एक डोम ही तैयार हुआ, दूसरा डोम बनाने में जबलपुर टीम जुटी तक देर रात तक काम पूरा हुआ।