जबलपुर, नईदुनिया प्रतिनिधि। मध्यप्रदेश पावर ट्रांसमिशन कंपनी में ऊर्जा संरक्षण दिवस मनाया गया। इस दौरान कंपनी के प्रबंध संचालक सुनील तिवारी ने ऊर्जा संरक्षण दिवस पर अभियंताओं को संबोधित किया। उन्होंने बताया कि ऊर्जा संरक्षण के तहत प्रदेश में एक करोड़ 75 लाख से ज्यादा एलईडी बल्व का वितरण किया जा चुका है। पावर ट्रांसमिशन कंपनी द्वारा ऊर्जा संरक्षण के महत्वपूर्ण प्रयास किए गए है इसमेें पारेषण हानि को 2.59 प्रतिशत तक सीमित करना है। यह ऊर्जा संरक्षण की गतिविधधियों में एक आयाम है।
बिजली की वैकल्पिक व्यवस्था हेतु एवं परंपरागत ऊर्जा पर निर्भरता कम करने के उद्देश्य से ग्रीन इनर्जी कॉरीडोर योजना पर काम हो रहा है। ग्रीन इनर्जी कॉरीडोर योजना के अंतर्गत 400 केवी के तीन सब स्टेशन एवं 220 केवी के सात सब स्टेशन प्रस्तावित हैं इसमें से 400 केवी का एक एवं 220 केवी छह सब स्टेशन ऊर्जीकृत हो चुके हैं। पावर ट्रांसमिशन कंपनी के अति उच्चदाब सब स्टेशनों में एलईडी बल्बों का उपयोग किया जा रहा है।
सुनील तिवारी अपने ने संदेश में कहा कि ऊर्जा संरक्षण व खपत कम करने के उद्देश्य से प्रारंभ की गई है। उजाला योजना में नवम्बर माह तक पूरे देश में 36.68 करोड़ एलईडी बल्ब वितरित हुए हैं। इनके उपयोग से 47 हजार 636 मिलियन यूनिट ऊर्जा की सालाना बचत हुई है। इससे प्रतिवर्ष 19 हजार 55 करोड़ रूपए की बचत हो रही है एवं ऊर्जा की शीर्ष मांग में 9537 मेगावाट की कमी आई है। कार्बन डायआक्साइड का उत्सर्जन कम हो गया है। मध्यप्रदेश में अभी तक1,75,66,221 एलईडी बल्ब साधारण बल्ब के स्थान पर लगाए गए हैं। इससे प्रदेश में बिजली की मांग में 457 मेगावाट की कमी आई है। उन्होंने कहा कि ऊर्जा संरक्षण दिवस का उद्देश्य लोगों को ऊर्जा के महात्व को लेकर जागरूक बनाना है। ऊर्जा संरक्षण कार्यक्रम में पावर ट्रांसमिशन कंपनी के सर्वश्री एस. के. नागोटिया, एस. के. अग्रवाल, एस. के. गायकवाड़, एस. पी. गुप्ता, संजय कुलश्रेष्ठ, आर. के. खंडेलवाल, राजेश श्रीवास्तव, मुकुल मल्होत्रा, आर. पी. एस. कटियार, के. के. श्रीवास्तव, हर्ष श्रीवास्तव एवं बबीता गजभिए उपस्थित थे।