अतुल शुक्ला, जबलपुर। मध्यप्रदेश का पहला डेयरी साइंस कालेज जबलपुर और दूसरा इंदौर के महू में खोला जाना है। इसके लिए वेटरनरी विश्वविद्यालय ने प्रस्ताव तैयार कर मध्यप्रदेश शासन को भेजा। चार साल बाद मध्यप्रदेश सरकार की कैबिनेट की बैठक में दोनों कालेजों को शुरू करने सहमति भी मिली, लेकिन अब तक बजट नहीं मिला है। हालात यह है कि पिछले चार माह से वेटरनरी विश्वविद्यालय प्रशासन, कालेज शुरू करने के लिए वित्त विभाग से 128 करोड़ रुपये का बजट मिलने का इंतजार कर रहा है।
इधर, बजट न मिलने की वजह से विश्वविद्यालय प्रशासन ने दोनों कालेजों में प्रवेश देने के लिए प्रवेश परीक्षा भी आयोजित नहीं की। जबकि विवि के स्नातक और डिप्लोमा पाठ्यक्रम में प्रवेश के लिए इस समय काउंसलिंग चल रही है और जनवरी में नया सत्र भी शुरू हो जाएगा।
चार साल से तैयार प्रस्ताव, कई बार अटका
प्रदेश में दो डेयरी साइंस कालेज शुरू किए जाने हैं। इसके लिए पिछले चार साल से विश्वविद्यालय प्रशासन और पशुपालन विभाग कवायद कर रहा है। दोनों कालेज में एक जबलपुर और दूसरा ग्वालियर में शुरू करने का प्रस्ताव बना, लेकिन ग्वालियर में कालेज खोलने का प्रस्ताव ठंडे बस्ते में डाल दिया। वेटरनरी विश्वविद्यालय ने अपने डिप्लोमा कालेज इमलिया में यह कालेज खोलने जमीन चिंहित की गई और प्रस्ताव भी तैयार किया, लेकिन पशुपालन विभाग ने इस प्रस्ताव में कई बार बदलाव करवाए। लगभग एक साल पूर्व यह तय हुआ कि दूसरा कालेज ग्वालियर की बजाय, इंदौर के महू में शुरू होगा।
प्रवेश लेने अब एक साल और करें इंतजार
जबलपुर और इंदौर डेरी साइंस कालेज में कुल 80 सीटें हैं, जिसमें प्रवेश के लिए पहले विवि प्रशासन अपने स्तर पर प्रवेश परीक्षा आयोजित करेगा। वहीं दूसरी बार से इस परीक्षा को राष्ट्रीय स्तर पर करते हुए भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद द्वारा आयोजित प्रवेश परीक्षा से जोड़ दिया जाएगा। पहली परीक्षा दिसंबर माह में होनी थी, लेकिन बजट न मिलने से परीक्षा का प्रस्ताव टलता गया। इधर विश्वविद्यालय के तीनों वेटरनरी और पांच डिप्लोमा कालेज में प्रवेश के लिए परीक्षा कर काउंसलिंग शुरू कर दी गई है। अब डेरी साइंस कालेज में प्रवेश लेने के लिए विद्यार्थियों को एक साल और इंतजार करना होगा।
डिग्री और डिप्लोमा के होंगे कोर्स
- डेयरी प्रबंधन
- डेयरी साइंस
- डेयरी उद्योग
- डेयरी अनुसंधान
पद और भवन
- विश्वविद्यालय के पास जबलपुर में इंफ्रास्ट्रैक्चर है, लेकिन स्टाफ नहीं।
- एक कालेज में 41 तकनीक और 48 गैर तकनीकी पद स्वीकृति किए गए हैं।
- व्यावहारिक ज्ञान देने के लिए जबलपुर के विद्यार्थियों को इमलिया के सांची में प्रशिक्षण दिया जाएगा।
वित्त विभाग से बजट मिलने का इंतजार-
मध्यप्रदेश में दो डेयरी साइंस कालेज खुलने हैं, जिसमें एक जबलपुर और दूसरा इंदौर के महू में शुरू होगा। कैबिनेट से सैद्धांतिक सहमति मिल गई है। वित्त विभाग से दोनों कालेज के लिए 128 करोड़ रुपये का बजट स्वीकृत है। बजट मिलने के बाद ही कालेज और प्रवेश परीक्षा से जुड़ी प्रक्रिया शुरू की जा सकेंगी। -प्रो.एसपी तिवारी, कुलपति, नानाजी देशमुख पशुचिकित्सा विज्ञान एवं चिकित्सा विश्वविद्यालय