Narmada River Jabalpur: जबलपुर में नर्मदा नदी को प्रदूषित कर रहे गंदे नाले
Narmada River Jabalpur: जबलपुर सीमा से जाकर नर्मदा में मिलने वाले गंदे नालों को रोकने जबलपुर नगर निगम लगातार उदासीन बना हुआ है।
By Ravindra Suhane
Edited By: Ravindra Suhane
Publish Date: Mon, 23 Nov 2020 07:32:30 AM (IST)
Updated Date: Mon, 23 Nov 2020 07:45:49 AM (IST)
जबलपुर, नईदुनिया प्रतिनिधि, Narmada River Jabalpur। शहर की जीवनदायिनी नर्मदा को प्रदूषण मुक्त करने के लिए कई तरह के अभियान चल रहे हैं। नगर निगम ने भी इसको लेकर ग्वारीघाट में दो फिल्टर प्लांट लगा रखा है लेकिन तिलवारा और पंचवटी के पास मिलने वाले गंदे नालों की ओर किसी का ध्यान नहीं जा रहा है। शहर सीमा से जाकर नर्मदा में मिलने वाले इन गंदे नालों को रोकने नगर निगम लगातार उदासीन बना हुआ है।
नर्मदा को साफ-सुथरा रखने के लिए नगर निगम द्वारा बड़े-बड़े दावे किए जाते हैं लेकिन दावे सिर्फ कागजों तक ही होते हैं क्योंकि अधिकारी एसी चैंबर से बाहर निकलकर हकीकत जानने की कोशिश ही नहींं करते हैं। ग्वारीघाट के आसपास मिलने नर्मदा में मिलने वाले पांच नालों के गंदे पानी को ही निगम प्रशासन अभी तक नहीं रोक पाया है। इनमें से तीन नालों पर जरूर करोड़ों के फिल्टर प्लांट लगाए गए लेकिन वे भी ढंग से काम नहीं कर रहे हैं। उधर शहर से निकलकर तिलवारा और पंचवटी में मिलने वाले गंदे नालों की ओर आज तक निगम अधिकारियों का ध्यान ही नहीं गया। खासतौर से वर्तमान निगमायुक्त ने इस ओर कभी झांकने का प्रयास ही नहीं किया। स्थिति यह है कि इन नालों की गंदगी नर्मदा को प्रदूषित कर रही है।
ग्वारीघाट में भी दिखावा: नगर निगम ने करोड़ों रुपये खर्च कर ग्वारीघाट में हर दिन 5 लाख लीटर पानी फिल्टर करने का प्लांट लगाया है। लेकिन यह प्लांट ज्यादातर समय बंद ही रहता है। स्थिति यह होती है कि यहां नर्मदा में मिलने वाले नालों का गंदा पानी सीधे नर्मदा में प्रवाहित हो जाता है। इसके अलावा खारीघाट और भटौली की ओर से मिलने वाले गंदे नालों को तो अभी तक रोकने का प्रयास ही नहीं किया गया है।