Digvijay Sing in Jabalpur: जबलपुर, नईदुनिया प्रतिनिधि। हम हिन्दुत्व को नहीं मानते। हिन्दुत्व कहता है कि जो हमारी बात न मानें उसे उसे डंडे मारो, उसका घर तोड़ दो। यह कहना है पूर्व मुख्यमंत्री एवं राज्यसभा सदस्य दिग्विजय सिंह का। उन्होंने मीडिया से चर्चा के दाैरान केंद्र सरकार पर यह चुटकी भी ली, वह बजरंग दल के उत्पातियों पर कार्रवाई करने की बजाय बजरंग पूनिया के पीछे पड़ी है। जबलपुर प्रवास के दौरान दिग्विजय सिंह ने कहा कि हम हिन्दुत्व को नहीं मानते। जो लोग मुझे देशद्रोही कहते हैं वो मुझे गिरफ्तार करके दिखाएं। अगर गिरफ्तार नहीं कर सकते तो माफी मांगें। उन्होंने कहा कि हिन्दुत्व काे मानने वालों का यही एजेंडा है कि जो उनकी बात नहीं माने उसे लाठी से मारो, उसका घर तोड़ दो। उन्होंने कहा कि चुनाव आयोग सोनिया गांधी को तो नोटिस दे रहा है, लेकिन बजरंग बली के नाम पर वोट मांगने वाले पीएम पर वो कोई कार्रवाई नहीं कर रहा। दिग्विजय सिंह ने नौकरशाही पर हमला करते हुए कहा कि प्रदेश सरकार दलाल और भ्रष्ट किस्म ऐसे अफसरों की है, जो भाजपा को लाभ पहुंचाना चाहते हैं।
दिग्विजय सिंह ने कहा कि मध्यप्रदेश ड्रग, माइनिंग, पीडीएस माफिया का गढ़ बन चुका है। कटनी और दतिया में सट्टेबाजी के अवैध कारोबार तेजी से फल फूल रहा है। यहां के तार दुबई से जुड़े हुए हैं। गुजरात और छत्तीसगढ़ पुलिस के पास इसके पुख्ता सबूत हैं, लेकिन मध्यप्रदेश पुलिस काेई कार्रवाई नहीं कर रही। इससे सत्ता के लोगों और पुलिस की संलिप्तता का संदेश गहरा रहा है। उन्होंने कहा कि महाकोशल की जितनी उपेक्षा भाजपा के शासन काल में हो रही है, उतनी कभी नहीं हुई।
पूर्व सीएम ने बताया कि प्रदेश की उन 66 विधानसभा सीटों का जिम्मा उनके पास है, जहां पार्टी की स्थिति अच्छी नहीं है। उन सीटों पर बूथ लेबल पर लोगों को संगठित करने और सभी प्रकोष्ठों का संगठन तैयार करने का प्रयास चल रहा है। उन्होंने कहा कि हम पांच ‘एस’ को केंद्र में रखकर काम कर रहे हैं और वो हैं संपर्क, संवाद, समन्वय, सामंजस्य और सकारात्मक सोच।
अधारताल स्थित अनुसूचित जाति जनजाति छात्रावास भवन का मामला तूल पकड़ता जा रहा है। बीते करीब आठ दिनों से इस छात्रावास छात्र भवन निर्माण की मांग को लेकर अनशन पर बैठे हुए थे। पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने मौके पर पहुंच कर छात्रों के सामने मोबाइल पर कलेक्टर सें बात की और निर्माण कार्य जल्द शुरू कराने का आश्वासन दिलवाकर छात्रों का धरना-प्रदर्शन समाप्त कराया। उन्होंने कहा कि शासन-प्रशासन ने इस मामले में उप-राष्ट्रपति को धोखा दिया। वो इसे राज्यसभा में भी उठाएंगे। पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने कलेक्टर सौरभ कुमार सुमन से मोबाइल से चर्चा करते हुए कहा कि वो छात्रों का धरना इसी शर्त पर समाप्त करा रहे हैं, कि प्रशासन जल्द निर्माण कार्य प्रारंभ कराएगा। उनके साथ किसी प्रकार का अन्याय नहीं करेगा। उन्होंने यह भी कहा कि छात्रावास भवन उसी जगह बनना चाहिए जहां वर्तमान में है। किसी अन्य स्थान पर भवन स्वीकार नहीं किया जाएगा। अगर इस तरह का कोई प्रयास किया जाता है तो वो खुद भी छात्रों के साथ धरने पर बैठेंगे। पूर्व सीएम ने छात्रों को भरोसा दिलाया कि वो उनके साथ हैं। उन्होंने छात्रों से कहा कि जिन छात्रावास के जिन भवनों की स्थिति ठीक नहीं है, छात्र उनको बिलकुल न छाेड़ें। इस मामले में उन्होंने महापौर जगत बहादुर सिंह अन्नू से कहा कि वो छात्रों की कलेक्टर के साथ बैठक कराएं। दिग्विजय सिंह के दखल के बाद छात्रों ने अपना धरना समाप्त कर दिया।सरकार बिल्डर को बेचना चाह रही जमीनपूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि यह छात्रावास जिस स्थान पर है, वो शहर का बेशकीमती इलाका है। उनके पास जानकारी है कि इस छात्रावास की जमीन को भी प्रशासन बेचना चाह रहा है। लेकिन हम ऐसा नहीं होने देंगे।