नईदुनिया, जबलपुर (Accident In Jabalpur)। उखरी तिराहे पर मंगलवार की रात तेज रफ्तार कार ने एक मासूम की जान ले ली थी। स्कार्पियो कार ने एक्टिवा में सवार दंपती को टक्कर मारी। इस टक्कर में दंपती के हाथ से मासूम 20 फीट उछल कर गिरा और गाड़ी के नीचे काफी दूर तक घिसटता गया।
कोतवाली सीएसपी रीतेश शिव ने बताया कि विजयंत गंगेले को देर रात गिरफ्तार किया। लापरवाही स्कार्पियो चला रहा था। उसकी मौत ने माता-पिता और पूरे परिवार को बुरी तरह तोड़कर रख दिया। दरहाई निवासी सौरभ अग्रवाल प्रायवेट नौकरी करते है। वे पत्नी सुरभि और तीन वर्षीय बेटे प्रणीत उर्फ यश के साथ यादव कालोनी में रहने वाले रिश्तेदार के घर गए थे। रात में दोनों वहां से लौट रहे थे।
कोतवाली सीएसपी रीतेश शिव ने बताया कि कार मालिक महिला एकता चौक निवासी श्रुति गंगेेले को थाने तलब किया गया था, जहां पता चला कि एसूवी को उनका रिश्तेदार विजयंत गंगेेले चला रहा था। विजयंत रेलवे में कार्यरत है। घटना के बाद से वह फरार था और उसका फोन भी बंद रहा। उसकी तलाश की जा रही थी।
इस हासदे में दंपती बुरी तरह से घायल हो गया है। पुलिस द्वारा मामले जांच करते हुए स्कार्पियो गाड़ी के चालक के खिलाफ वैधानिक कार्यवाही शुरू कर दी गई है। थाने के सामने पुलिस प्रशासन को चूड़ियां दिखाईं। मां ने कहा मुझे मेरा बच्चा वापस चाहिए। पिता ने कहा मार गया दरिंदा मेरे बच्चे को।
हादसे में पति-पत्नी और उनका तीन साल का बच्चा गंभीर रूप से घायल हो गए। घायल दंपती ने बताया कि बड़ी ही निर्दयता से उसने हम सभी के ऊपर गाड़ी चढ़ा दी और आगे तक घसीटता ले गया। मासूम को अस्पताल ले जाया गया लेकिन उसकी मौत हो गई।
पुलिस द्वारा जब स्कॉर्पियो गाड़ी का नंबर ट्रेस किया गया तो गाड़ी मालिक का घर एकता चौक दिखाया गया, जहां पर कुछ देर बाद पुलिस तो पहुंची वहीं अग्रवाल परिवार के स्वजन भी पहुंच गए और देखते ही देखते कुछ देर बाद घर के सामने भीड़ लगने लगी।
सभी की यह मांग थी कि अभी के अभी गाड़ी चालक को गिरफ्तार किया जाए, कुछ देर बाद पुलिस सभी को अपने साथ थाने ले गई। वहीं दूसरी तरफ पुलिस अभी भी गाड़ी चलाने वाले शख्स को गिरफ्तार करने में लगी हुई है।
दमोहनाका पर फ्लाई ओवर निर्माण कार्य होने की वजह से उखरी रोड पर ट्रैफिक अधिक बना रहता है इस वजह से यहां हर दिन जाम लगता है। पुलिस की व्यवस्था भी यहां नकाफी रहती है। सड़क पर अवैध कब्जों से राहगीरों को और परेशानी होती है। जानकारों की मानें तो उखरी तिराहा लम्बा समय बीतने के बावजूद आज भी सकरा ही है।
आसपास स्थित दुकानों में आने वाले ग्राहक एवं स्वयं दुकान संचालक भी अपने-अपने वाहन रोड पर ही खड़े कर देते हैं। इसी बीच शाम को जब लोग अपने आफिस, स्कूल अथवा कॉलेज से घर लौटते हैं तो उसी वक्त यहां जाम लगने लगता है।
8 सितंबर 2022 को भी स्कार्पियो गाड़ी से बड़ा हादसा हुआ था जहां पर एक स्कॉर्पियो कार कछपुरा ब्रिज की ओर से विजयनगर की तरफ आ रही थी। वही विजय नगर से इयान कार में एक परिवार के सदस्य कछपुरा की ओर जा रहे थे।
स्कॉर्पियो की रफ्तार ज्यादा थी जो डिवाइडर से टकराकर हवा में उछलते हुए दूसरी तरफ से आ रही इयान कार से टकरा गई।टक्कर लगने से कार में सवार एक महिला एवं अन्य लोग गंभीर रूप से घायल हो गए थे, जिसके बाद इस घटना में दो लोगों की मौत हो गई थी।
सौरभ और सुरभि सड़क से उठे। तब तक एसयूवी चालक वहां से भाग निकला था। बदहवास दंपत्ति ने देखा, तो आसपास बेटा नहीं था। वे हड़बड़ा गए। इधर उधर बेटे को तलाशने लगे, तो लगभग 15 फीट दूर मासूम मिला। वह खून से बुरी तरह से लथपथ हो चुका था। सड़क पर गिरने के कारण उसके हाथ पैर और शरीर की कई हड्डियां भी टूट गई थी। माता-पिता ने उसे उठाया और तत्काल अस्पताल ले गए, जहां उपचार के दौरान उसकी मौत हो गई।
सौरभ और सुरभि का विवाह लगभग 14 साल पहले हुआ था। उनकी संतान नहीं थी। कभी मंदिरों में मन्नत मांगी, तो कभी अन्य धार्मिक स्थलों पर शीश झुकाए, तो शादी के 11 साल बाद उनके घर में खुशियों की किलकारी गूंजी और प्रणीत ने जन्म लिया। प्रणीत के जन्म से पूरे परिवार में खुशियां आ गईं। एक भी ऐसा पल नहीं होता था, जब वह परिवार में किसी की आंखों से ओझल हो।
पुलिस ने बुधवार को प्रणीत के शव का पोस्टमार्टम कराया। उसे स्वजन को सौंपा, लेकिन स्वजन समेत जबलपुर अग्रवाल सभा, महाकौशल चेंबर ऑफ कॉमर्स, बेंगल एसोसिएशन के पदाधिकारियों समेत विधायक लखन घनघोरिया और पूर्व विधायक विनय सक्सेना समेत सैकड़ो लोग थाने पहुंच गए। जहां प्रदर्शन किया। प्रदर्शनकारियों ने कहा कि कार चलाने वाले के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए। चार घंटे तक हंगामा और प्रदर्शन चला। पुलिस ने जल्द आरोपित की गिरफ्तारी का आश्वासन दिया, तब प्रदर्शन समाप्त हुआ था।