जबलपुर, नईदुनिया प्रतिनिधि। धर्म परिवर्तन कराने के मामलों पर अंकुश लगाने शासन-प्रशासन की ओर से अनेक प्रकार की सख्तियां की गई हैं। बावजूद इसके इस दिशा में होने वाले प्रयास बंद नहीं हो रहे। ताजा मामला है जबलपुर में रहने वाले रमाकांत मिश्रा नामक शिक्षक का। इस शिक्षक ने क्रिश्चियन हाईस्कूल प्रबंधन पर मतांतरण के लिए दबाव बनाने का आरोप लगाया है। पीड़ित शिक्षक ने इसकी शिकायत जिला प्रशासन से भी की है। इस मामले में कलेक्टर ने जांच के आदेश भी दे दिए हैं।
शिकायतकर्ता रमाकांत का अपनी शिकायत में कहना है कि स्कूल प्रबंधन की ओर से दबाव बनाया जाता है कि चर्च आएं। हम लोगों इन्कार करते हैं तो हम पर विभिन्न तरीकों से तनाव डालकर प्रताड़ित किया जाता है। रमाकांत का आरोप है कि उसे यह प्रलोभन भी दिया जाता है कि अगर इसाई बन जाओगे तो कटंगा में एक हजार वर्ग फुट का प्लाट दे दिया जाएगा। पत्नी को तलाक दे दो, हम शादी करा देंगे, इसाई बन जाओगे तो प्रमोशन जल्दी दिलवाकर प्राचार्य बनवा देंगे। इसके साथ ही यह भी धमकाया जाता है कि अगर ऐसा नहीं करोगे तो जहां हो जिस पद पर हो उस पर ही रहते हुए सेवानिवृत्त हो जाओगे। रमाकांत ने स्कूल के लिए लीज पर दी गई जमीन पर मार्केट तैयार कर उसके व्यावसायिक उपयोग का आरोप भी लगाया।
कलेक्टर ने दिए जांच के आदेश
इस मामले में रमाकांत ने कलेक्टर सौरव सुमन को भी एक शिकायती पत्र दिया है। जिस पर कलेक्टर ने मामले की जांच के आदेश दे दिए हैं कलेक्टर का कहना है कि मामला गंभीर है इसलिए गहन जांच कराई जाएगी। जांच के उपरांत जाे भी तथ्य सामने आएंगे उनके आधार पर कार्रवाई की जाएगी।
स्कूल प्रबंधन की दलील
इस मामले में स्कूल के प्राचार्य संजीव जेम्स का कहना है कि रमाकांत मिश्रा सरासर झूठ बोल रहे हैं। अगर उनकी बातों में सच्चाई है तो वो बताएं कि वे गणित के शिक्षक हैं, उन्होंने इस सत्र में कुल कितने पीरियड पढ़ाए? अगर यहां प्रताड़ना मिल रही है तो वो 27 साल से कैसे नौकरी कर रहे हैं? लीज के दुरूपयोग के सवाल पर संजीव जेम्स का कहना है कि वो इस बारे में कुछ नहीं कह सकते, क्योंकि यह मामला मिशनरी प्रबंधन से जुड़ा है, इसलिए वो ही कुछ भी कह सकता है।