जबलपुर, नईदुनिया प्रतिनिधि। आचार्य श्री विद्यासागर जीवदया गोसेवा सम्मान समारोह में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने गो संरक्षण पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि गोशाला का संचालन अकेले सरकार के वश की बात नहीं है। समाज के साथ मिलकर ही यह काम संभव है। गो माता की हर एक चीज उपयोगी है। इसका यदि सही ढंग से इस्तेमाल किया जाए तो खुद ही गोशाला स्वावलंबी हो जाएगी। उन्होंने बुधवार की शाम को दयोदय में पुरस्कार वितरण कार्यक्रम को संबोधित किया। इस दौरान राज्य में गो सेवा के लिए श्रेष्ठ कार्य करने वाली संस्थाओं को सम्मानित किया।
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि वे आचार्य श्री विद्यासागर महाराज का आशीर्वाद लेने पहुंचे। उन्होंने कहा कि आचार्य भगवन राष्ट्र संत है। वो सिर्फ जैन धर्म के नहीं बल्कि सबके हैं। उन्होंने आचार्य श्री को आत्मनिर्भरता का प्रेरक बताया। मुख्यमंत्री ने कहा कि आचार्य श्री कई आयामों पर कार्य कर रहे हैं। उनके मार्गदर्शन में हथकरघा, गोशाला, आयुर्वेद समेत कई कार्य हो रहे हैं। इसी वजह से सरकार ने जीव दया पुरस्कार भगवन के नाम पर देने का निर्णय किया। उन्होंने कहा कि गोशाला का काम समाज की बिना भागीदारी के संभव नहीं है। सरकार आखिर कितनी गोशाला बनाएगी? इसलिए जरूरी है कि लोग आगे आकर इस दिशा में काम करे। उन्होंने भरोसा दिया कि गो संरक्षण में सरकार कोई कसर नहीं छोड़ेगी।
कहता नहीं करता भी हूं : मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने गो संरक्षण के लिए लोगों से गो ग्रास की प्रथा को बढ़ाने की बात कही। उन्होंने कहा कि ऐसा नहीं कि मंच से नेता हूं तो बोल दिया। जो बोलता हूं उसे आत्मसात भी करता हूं। मैं जब पहली दफा मुख्यमंत्री बना था तो अपने साथ सीएम हाउस में दो गाय लाया था। जो बाद में 44 हो गई थी। उन्हें खेत में रखा। बीच में कुछ वक्त मुख्यमंत्री नहीं था। अब चौथी बार मुख्यमंत्री बना तो फिर दो गाय लाया था। अब उनकी संख्या पांच हो गई है। सुबह पूजन के पश्चात गो शाला में गाय को रोटी और एक पौधा लगाकर ही दिन का कार्य शुरू करता हूं।
धन्य हुआ आचार्य श्री के दर्शन से : मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि आचार्य श्री विद्यासागर महाराज के दर्शन मात्र से धन्य हो गया। आचार्य ज्ञान, करुणा, दया, स्नेह, आत्मीयता, कृपा के सागर हैं। उन्होंने कहा कि जो दूसरों को जीते वो वीर और जो अपने आप को जीते वो महावीर हैं। मानव जीवन सार्थक करना है तो अपने आपको जीतकर जिन बनकर जैन बनना है। कार्यक्रम में गो संवर्धन बोर्ड के अध्यक्ष महामंडलेश्वर अखिलेश्वरानंद गिरि महाराज ने प्रदेश की जनता से गो संरक्षण के लिए गो ग्रास परम्परा को जिंदा रखते हुए प्रतिदिन 10 रुपये गुल्लक में निकालने की अपील की। उन्होंने कहा कि प्रदेश की एक करोड़ जनता भी यदि ऐसा करती है तो सालाना 350 करोड़ रुपये गो संरक्षण के लिए जमा हो जाएंगे। कार्यक्रम में स्वास्थ्य मंत्री प्रभुराम चौधरी एवं जैन समाज के संत मौजूद रहे।