जबलपुर, नईदुनिया प्रतिनिधि। 50 साल से ज्यादा उम्र के नागरिक सतर्क हो जाएं, क्योंकि इस आयु वर्ग के लोग ज्यादा संख्या में कोरोना महामारी की चपेट में आ रहे हैं। वायरोलॉजी लैब से रोजाना जारी होने वाली कोरोना सैंपल की रिपोर्ट में पॉजिटिव मिलने वाले 65 फीसद से ज्यादा लोग 50 साल अथवा इससे ज्यादा उम्र के रहते हैं। मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉक्टर मनीष मिश्रा का कहना है कि कोरोना महामारी का खतरा उम्रदराज लोगों पर ज्यादा रहता है।
शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता कम होने के कारण वह जल्दी इस वायरस की चपेट में आ जाते हैं इसलिए सतर्कता हर उम्र में जरूरी है। परंतु 50 साल से ज्यादा उम्र के लोग ज्यादा सतर्क और सावधान रहें। बीते दो दिन में कोरोना संक्रमित पाये गये व्यक्तियों में महगवां परियट पनागर निवासी 55 वर्षीय महिला, सराफा बाजार निवासी 65 वर्षीय पुरूष और 58 वर्षीय महिला, भंवरताल उद्यान के पास नेपियर टॉउन निवासी 62 वर्षीय पुरूष, व्हीएफजे स्टेट निवासी 35 वर्षीय पुरूष, पेंटी नाका निवासी 44 वर्षीय पुरूष, गोरखपुर निवासी 63 वर्षीय महिला, सीएमएम निवासी 34 वर्षीय महिला, बाई का बगीचा घमापुर चौक निवासी 70 वर्षीय महिला तथा शक्तिनगर निवासी 54 वर्षीय महिला शामिल है।
इसी प्रकार गुरुवार को कोरोना पॉजिटिव मिले व्यक्तियों में रामनगर रामपुर निवासी 55 वर्षीय पुरूष, ग्राम नुनियाकला पनागर निवासी 46 वर्षीय महिला, फूटाताल निवासी 84 वर्षीय पुरूष, चेरीताल जबलपुर निवासी 62 वर्षीय पुरूष, गोरखपुर निवासी 27 और 24 वर्षीय युवती, एसबीआई चौक निवासी 40 वर्षीय पुरूष, कृपाल चौक निवासी 51 वर्षीय पुरूष, यादव कॉलोनी निवासी 63 वर्षीय पुरूष, राजेश फार्मा दवा बाजार सिविक सेंटर निवासी 58 वर्षीय पुरूष, गोरखपुर गुरुद्वारा निवासी 66 वर्षीय पुरूष, पीएनबी कॉलोनी चेरीताल निवासी 78 वर्षीय पुरूष, गली नम्बर ग्यारह शांति नगर निवासी 38 वर्षीय पुरूष, प्रोफेसर कॉलोनी माढ़ोताल निवासी 38 वर्षीय महिला, संजीवनी नगर दुर्गा कॉलोनी 63 वर्षीय पुरूष और 56 वर्षीय महिला तथा एसबीआई कॉलोनी 42 वर्षीय पुरूष शामिल है।
इधर, जिला टीकाकरण अधिकारी डॉ एसएस दहिया ने कहा कि स्वास्थ्य विभाग द्वारा कोरोना महामारी की रोकथाम के लिए भरसक प्रयास किए जा रहे हैं लेकिन लोगों की लापरवाही कम नहीं हो रही है। शारीरिक दूरी, मास्क, सेनीटाइजर और बार-बार हाथ धोने के लिए जारी गाइडलाइन का कदम-कदम पर उल्लंघन हो रहा है। यह स्थिति आने वाले समय में चिंता बढ़ा सकती है।