जबलपुर नईदुनिया रिपोर्टर। नई शिक्षा नीति 2021 को लेकर स्कूल, कॉलेज सभी जगहों पर फैकल्टी डेवलपमेंट कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे हैं। फैकल्टी को नई शिक्षा नीति से होने वाले बदलावों को लेकर प्रशिक्षित करने का कार्य किया जा रहा है ताकि सभी इसे अच्छे से जान सकें और इसे शिक्षा में इस्तेमाल कर सकें। इस अवसर पर शिक्षाविदों ने नई शिक्षा नीति को परिणाममूलक बनाने के लिए प्राध्यापकों और सरकार के बीच समन्वय स्थापित करने पर जोर दिया गया।
जबलपुर इंजीनियिरंग कॉलेज में सेमीनार आयोजित: जबलपुर इंजीनियिरंग कॉलेज में नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति-2020 पर एक दिवसीय सेमीनार आयोजित किया गया। सेमीनार का आयोजन टेक्निकल एजुकेशन क्वालिटी इम्प्रूवमेंट प्रोग्राम के अंतर्गत किया गया। इसमें डॉ.एनजी पेण्डसे प्रोफेसर व परीक्षा नियंत्रक, रानी दुर्गावती विश्वविद्यालय व डॉ.नरेन्द्र कोष्ठी प्राध्यापक महाकोशल कला एवं वाणिज्य महाविद्यालय ने दो-दो घंटे के दो सत्रों में राष्ट्रीय शिक्षा नीति के विभिन्न पहलुओं पर विस्तृत विचार व्यक्त किए। कार्यक्रम में सभी की सहभागिता रही।
परिणाममूलक बनाने पर जोर: समापन समारोह में वरिष्ठ समाजसेवी व चिकित्सक डॉ.जितेन्द्र जामदार ने नई शिक्षा नीति को परिणाममूलक बनाने के लिए प्राध्यापकों और सरकार के बीच समन्वय स्थापित करने संबंधित विषय के बारे में बताया। साथ ही विशिष्ट अतिथि पूर्व प्राचार्य डॉ.एसएस ठाकुर ने भी मार्गदर्शन किया। कार्यक्रम में प्राचार्य डॉ.एके शर्मा ने आगामी कार्य योजना का विवरण प्रस्तुत किया। कार्यक्रम समन्वयक डॉ.गोपाल मीणा द्वारा कार्यक्रम की रूपरेखा के बारे में बताया। कार्यक्रम में आभार प्रदर्शन समन्वयक डॉ.ओपी चौहान व संचालन डॉ.महिमा ठाकुर द्वारा किया गया। कार्यक्रम में राजीव चाण्डक, डॉ.अनीता बनाफर, डॉ.शैलजा शुक्ला, डॉ.एसके श्रीवास्तव आदि का सहयोग रहा।