Jabalpur News : नईदुनिया प्रतिनिधि, जबलपुर। मौसम में आ रहे बदलाव से सर्दी, खांसी के साथ ही डेंगू, मलेरिया अब भी लोगों को अपनी चपेट में ले रहा है। सरकारी आंकड़ों में अब तक डेंगू की चपेट में अब 92 लोग आ चुके है। वहीं अघोषित तौर पर डेंगू पाजीटिव केसों की संख्या अधिक भी हो सकती है। क्योंकि सरकारी अस्पतालों के आंकड़े तो जिला मलेरिया विभाग तक पहुंच रहे हैं पर निजी अस्पताल अब भी सही आंकड़े नहीं दे रहे हैं। जबकि सघन इलाकों से ज्यादातर लोग निजी अस्पतालों में इलाज कराने पहुंच रहे हैं।
शहर में डेंगू से अब तक दो की मौत भी हो चुकी है हालांकि जिला मलेरिया विभाग इसकी पुष्टि नहीं कर रहा है। वहीं डेंगू, मलेरिया की रोकथाम के लिए नगर निगम द्वारा भी ठोस प्रयास नहीं किए जा रहे है। सिविल लाइन, राइट टाउन, नेपियर टाउन सहित कुछ चुनिंदा क्षेत्रों को छोड़ दें तो शहर में कहीं भी नगर निगम द्वारा इन जानलेवा बीमारियों की रोकथाम के लिए कीटनाशक दवाओं का छिड़काव व फागिंग मशीनें नही चलाई जा रही है। जबकि दावा ये किया
नगर निगम के अधिकारी, कर्मचारी विधानसभा चुनाव की तैयारियों में लिप्त हो गए हैं। आचार संहिता लागू हो जाने के कारण वार्डों में नेता -पार्षद भी कीटनाशक दवाओं का छिड़काव व मच्छरों को मारने फागिंग मशीनें चलाने का दबाव नगर निगम के अधिकारियों पर नहीं बना पा रहे हैं। किसी तरह का कोई दबाव न होने नगर निगम का स्वास्थ्य विभाग इसमें रूचि नहीं ले रहा है। जबकि शहर के सघन इलाकों से रोजाना एक-दो डेंगू पीडि़त अस्पताल पहुंच रहे हैं।
जिला मलेरिया विभाग का दावा है कि जिले में डेंगू, मलेरिया, चिकिन गुनिया की रोकथाम के लिए सर्वे करने व जनजागरूकता लाने के लिए 22 टीमें कार्य कर रही है। वहीं नगर निगम का कहना है कि नौ टीम कीटनाशक दवाओं के साथ ही मच्छरों का खात्मा करने फागिंग मशीन चलवा रही है। पांच -पांच टीमें वार्डों में कीटनाशक दवाओ का छिड़काव कर रहीं है लेकिन हकीकत ये है कि उपनगरीय क्षेत्र, मलिन बस्तियों में टीमें नजर नहीं आ रही है। वहीं नाले-नालियों की सफाई भी नियमित रूप से नहीं हो रही है। जबकि शहर के सिद्धबाबा, चांदमारी, रांझी, गढ़ा, खंबताल, चेरीताल जैसे सघन इलाकों में डेंगू, मलेरिया के सर्वाधिक मामले आते हैं।
मलेरिया, डेंगू के सामने आ रहे मामलों को देखते हुए घर-घर सर्वे कराया जा रहा है। अभी तक एलाइजर रिपोर्ट के अनुसार डेंगू पाजीटिव के आठ मामले ही सामने आए हैं। प्रभावी रूप से इसकी रोकथाम के कदम उठाए जा रहे हैं। जनवरी 2023 से 20 अक्टूबर तक शहर में डेंगू के करीब 92 केस सामने आए हैं, वातावरण में ठंडक होने से केस अब कम आ रहे हैं फिर भी विभाग द्वारा घर-घर सर्वे कराया जा रहा है, लोगों को जागरूक किया जा रहा है।
आरके पहारिया, जिला मलेरिया अधिकारी।