नईदुनिया प्रतिनिधि, इटारसी। बड़े भाई ने पत्नी से अवैध संबंध में शक में अपने ही छोटे भाई को मौत के घाट उतार दिया। इस जघन्य हत्या को अंजाम देने में उसका मददगार भी पुलिस के हत्थे चढ़ गया है। सोमवार को पुलिस ने हत्याकांड का पर्दाफाश करते हुए मृतक के भाई और उसके दोस्त को गिरफ्तार कर लिया। इससे 18 दिन पहले सहेली रेलवे स्टेशन के पास पटरियों पर लाश मिली थी, जिसको पुलिस आत्महत्या का मामला समझकर जांच में जुटी थी।
23 अक्टूबर को राप्ती सागर एक्सप्रेस के पायलट ने एक व्यक्ति के रेलवे ट्रैक पर मृत पड़े होने की सूचना दी थी। उसकी शिनाख्त कासदा के गोविंद बारस्कर के रूप में हुई। जांच के दौरान पुलिस को लगा कि युवक ने आत्महत्या की है, पुलिस ने शव का पोस्टमार्टम कराने के बाद शव स्वजनों के हवाले कर दिया, लेकिन पिता के बयानों ने मामले की दिशा बदल दी, जिसके बाद पुलिस हत्या के आरोपितों तक पहुंचने में कामयाब हो सकी।
पुलिस ने गोविंद के पिता रामेश्वर से पूछताछ की, जिसमें सामने आया कि गोविंद का सगा बड़ा भाई 29 वर्षीय राकेश पत्नी पर चरित्र संदेह करता था। उसे शक था कि उसके भाई गोविंद से पत्नी के अवैध संबंध हैं, इस बात को लेकर आए दिन परिवार में झगड़ा होता था, जिससे नाराज होकर राकेश की पत्नी घर छोड़कर मायके चली गई थी, इस बात पर राकेश अपने भाई गोविंद से रंजिश रखता था।
23 अक्टूबर को राकेश ने अपने मित्र पिंटू के साथ उसकी हत्या का षडयंत्र रचा, जब गोविंद घर आया तो दोनों गोविंद को मोटरसाइकिल पर बैठाकर शराब पिलाने का लालच देकर रेलवे लाइन किनारे ले गए। यहां दोनों ने मिलकर गोविंद के साथ शराब पी, जब गोविंद अत्याधिक नशे में हो गया, राकेश ने बके से जानलेवा हमला कर दिया, जब गोविंद गिर गया तो उसके पैरों में हथौड़ी से लगातार वार कर उसे मौत के घाट उतार दिया और लाश रेलवे लाइन पर पटक दी। लाश पर से ट्रेन गुजरने के कारण सिर और धड़ अलग हो गया।