इंदौर, नईदुनिया प्रतिनिधि,Ventilator Indore News। कोरोना महामारी में अस्पतालों में वेंटिलेटर की काफी जरूरत पड़ रही है। इस समय कई अस्पताल नई वेंटिलेटर मशीनें स्थापित करवा रहे हैं। इसे स्थापित करने वाले शहर में बहुत कम जानकार हैं। इस परेशानी को देखते हुए शहर के इंजीनियर चिराग शाह, शैलेंद्र सिंह और पंकज क्षीरसागर मदद के लिए आगे आए हैं। ये तीनों मिलकर अब तक 100 से ज्यादा वेंटिलेटर मशीनें स्थापित और सुधार चुके हैं। टीम के सदस्यों के मोबाइल नंबर इंटरनेट मीडिया पर वायरल हो चुके हैं। इसके बाद से देशभर से काल आ रहे हैं। कई जगह पर इस टीम को 'वेंटिलेटर एक्सप्रेस" भी कहा जा रहा है। हाल ही में आइआइटी बनारस के इंजीनियर नित्यानंद और उनके साथी भी इंदौर की इस टीम के साथ जुड़ गए हंै। अब ये सभी मिलकर काम कर रहे हैं।
टीम के सदस्य पंकज क्षीरसागर का कहना है कि देशभर में जहां भी पीएम केयर फंड के वेंटिलेटर स्थापित नहीं हुए है या कोई समस्या आ रही है वहां जाकर हम काम कर रहे हैं। टीम ने 14 अप्रैल से काम की शुरुआत इंदौर के एमटीएच अस्पताल में डा. पीएस ठाकुर के मार्गदर्शन में काम शुरू किया था। वहां सबसे पहले रेड जोन में बैठकर नौ मशीनें स्थापित की थी। कुछ मशीनों को ठीक भी किया था।
जहां भी जरूरत होगी पहुंचेंगे
टीम के सदस्य चिराग शाह मैकेनिकल इंजीनियर है। शैलेंद्र सिंह सिविल इंजीनियर और पंकज क्षीरसागर प्रोडक्शन इंजीनियर है। तीनों का कहना है कि इस समय हम बिना रूके दिन-रात काम कर रहे हैं। देशभर में किसी भी जगह से हमें बुलावा आएगा, हम जाएंगे। यहीं समय है जब इंजीनियर होने के नाते हम देश के लिए कुछ कर सकते हैं। कई जगह से लोगों का अपनापन मिल रहा है। इससे हमारा आत्मविश्वास भी बढ़ रहा है। कई लोग ऐसे भी है जो घर पर मरीज का इलाज करा रहे हैं वे हमसे मांग कर रहे हैं कि घर पर वेंटिलेटर लगवाने में मदद कर दीजिए। वे कह रहे हैं हमें वेंटिलेटर खरीदना है। हमें जवाब देकर थक गए हैं कि हम वेंटिलेटर नहीं बेचते।