रंगोली बना रहीं दो बच्चियों को तेज रफ्तार कार ने रौंदा… इंदौर का मामला, नाबालिग निकला चालक
मध्य प्रदेश की आर्थिक राजधानी इंदौर में नाबालिग द्वारा वाहन चलाने के कारण हादसे का एक और मामला सामने आया है। और भी दुखद यह है कि हादसा दीवाली से पहले हुआ, जब बच्चियां घर के बाहर रंगोली बना रही थी। परिवार में दीवाली की खुशियां गम में बदल गई है।
By Arvind Dubey
Publish Date: Tue, 29 Oct 2024 10:09:56 AM (IST)
Updated Date: Tue, 29 Oct 2024 10:18:04 AM (IST)
सीसीटीवी फुटेज में नजर आ रहा है कि कार अनियंत्रित हुई और सीधे नव्या को रौंदा। इसके बाद आगे बैठी प्रियांशी को रौंदते हुए दुकान में जा घुसी। HighLights
- पुलिस ने देर रात आरोपी को पकड़ा, आगे की जांच जारी
- टक्कर के बाद मशक्कत से कार के बच्चियों को निकाला
- 14 और 17 वर्षीय बच्चियां अस्पताल में भर्ती, दोनों गंभीर
नईदुनिया, इंदौर। राजनगर में सोमवार शाम करीब साढ़े पांच बजे घर के बाहर रंगोली बना रहीं दो बेटियों को तेज रफ्तार कार ने रौंद दिया। इसके बाद कार दुकान में जा घुसी। हादसा इतना भयानक था कि दोनों कार के नीचे फंस गई थीं।
स्वजन ने मशक्कत के बाद उन्हें निकाला और अस्पताल लेकर पहुंचे। तब तक नाबालिग कार चालक निवासी हुकमचंद नगर फरार हो गया। हादसे में 14 वर्षीय नव्या को गंभीर चोट आई है। वह निजी अस्पताल में आईसीयू में जिंदगी और मौत से संघर्ष कर रही है, वहीं नीट की तैयारी कर रही 20 वर्षीय प्रियांशी दूसरे अस्पताल में भी भर्ती है।
देर रात बुआ के घर से गिरफ्तार हुआ आरोपी
- प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक, कार तेजी से गली में आई और दोनों बेटियों को टक्कर मारकर दुकान में जा घुसी। तेज आवाज और चीख-पुकार सुनकर लोग बाहर आए।
- इस दौरान आक्रोशित लोगों ने कार में तोड़फोड़ कर दी और कार पलटा दी। पुलिस ने देर रात बेटमा से 17 वर्षीय आरोपी को बुआ के घर से गिरफ्तार कर लिया।
- दोनों बेटियों को पहले मेट्रो अस्पताल ले जाया गया, जहां प्राथमिक इलाज के बाद नव्या को मेदांता अस्पताल रेफर किया गया है। उसकी हालत ज्यादा खराब है
- डॉक्टरों ने नव्या के ऑपरेशन के लिए दस घंटे का समय दिया है, जबकि प्रियांशी को भी गंभीर चोटें आई हैं। नव्या के पैर में फ्रैक्चर है और सिर में भी चोट लगी है।
सीसीटीवी में कैद हुई घटना
प्रत्यक्षदर्शी उमेश कुशवाह ने बताया कि जैसे ही दुर्घटना हुई, वे दौड़कर दोनों को अस्पताल पहुंचाने में मदद के लिए आए। राजकुमार प्रजापत ने बताया कि प्रियांशी उनकी भतीजी है।
दुर्घटना सीसीटीवी कैमरे में भी कैद हुई है। बताया जा रहा है कि आरोपित के चाचा की राजनगर में किराना की दुकान है। वह चाचा से मिलने के बाद घर के लिए निकला था। जय भवानी नगर की संकरी गलियों से घर जाने का रास्ता पास होने से वह यहां से जा रहा था।
(घायल नव्या)
क्षेत्र में नशा करने वालों का बढ़ रहा आतंक
रहवासियों के मुताबिक क्षेत्र में नशे की लत और असामाजिक तत्वों का आतंक बढ़ गया है। अक्सर बदमाश नशे की हालत में गाड़ी चलाते हुए हादसों को अंजाम दे रहे हैं। यह घटना भी इसी का परिणाम हो सकती है। यहां पुलिस का खौफ समाप्त हो चुका है।
डॉक्टर बनने की तैयारी कर रही प्रियांशी
स्वजन ने बताया कि प्रियांशी डॉक्टर बनना चाहती है, इसलिए वह नीट की तैयारी कर रही है। पिता रंगोली की दुकान संचालित करते हैं। नव्या कक्षा आठवीं में पढ़ती है। पिता की पान की दुकान है। दोनों पड़ोसी हैं और अपने-अपने घरों के बाहर रंगोली बना रही थीं।