इंदौर, नईदुनिया प्रतिनिधि Crime News Indore। फर्जी एडवाइजरी फर्म कैपिटल शेयर रिसर्च के कर्ताधर्ता पंकज खानचंदानी ने राजोद सीएमओ ओम परमार से भी 50 लाख रुपये ठगे थे। यह खुलासा एसआइटी द्वारा निकाले बैंक स्टेटमेंट में हुआ है। आरोपित अभी तक 11 निवेशकों से पौने तीन करोड़ की ठगी करना स्वीकार चुका है। फर्जीवाड़े में प्रोफेसर अभय मूंगी और नौकर योगेश का नाम भी सामने आया है।
विजयनगर थाना पुलिस के मंगलवार रात शिक्षक प्रशांत पाल (शुभम पैलेस कॉलोनी) धनराज जैन ( द्रविड़नगर) मनोज जोशी (श्रीनगर एक्सटेंशन) और अजय कुमार सोनी (श्यामनगर) की शिकायत पर रॉयल प्रीमियम जूपिटर (सुखलिया) निवासी पंकज खानचंदानी वह उसके सहयोगियों के खिलाफ धोखाधड़ी का केस दर्ज किया था। देर रात हुई छापेमारी में पुलिस ने पंकज के घर से 9 लाख 49 हजार कैश,लेपटॉप और मोबाइल जब्त कर लिए। पूछताछ में पंकज ने बताया वह तीन वर्षों से एबी रोड़ स्थित सफायर हाउस में कैपिटल शेयर रिसर्च एडवाइजरी के नाम से अवैध एडवाइजरी फर्म संचालित कर रहा था।
आरोपित निवेशकों को निवेश की गई राशि का 15 प्रतिशत कमिशन प्रतिमाह देने का झांसा देता था। वह लिखित अनुबंध कर यह आश्वासन भी देता था कि उनकी राशि सुरक्षित जमा रहेगी। इस प्रकार तीन वर्ष के भीतर आरोपित ने करोड़ों रुपये ठग लिए। उसके विरुद्ध विभिन्न थानों में शिकायतें भी हुई लेकिन वकीलों और विवेचकों के माध्यम से शिकायतकर्ताओं से समझौता कर मामला रफादफा करवा देता था। मंगलवार रात भी वकील और दलाल थाने पहुंच गए और निवेशकों पर मय ब्याज रुपये लौटाने का दबाव बनाने लगे।
एसआइटी प्रभारी निरीक्षक देवेंद्र मरकाम और एसआइ गुलाबसिंह रावत ने आरोपित के खाते की जानकारी निकाली तो पता चला उसने 11 लोगों से 2 करोड़ 70 लाख रुपये जमा करवाए है। एसआइ के मुताबिक यह वो राशि है जिसका पुलिस ने पता लगा लिया है। जबकि करोड़ों रुपये निवेश करने वाले सामने नहीं आए है। एक निवेशक मोहनलाल वर्मा की पिछले महीनें कोरोना से मौत हो चुकी है।
कॉल सेंटर में सीखा ठगी का तरीका
आरोपित पूर्व में एक कॉल सेंटर में नौकरी करता था। यहां से ठगी का तरिका सीखा और खुद ने फर्जी फर्म खोल लोगों को निवेशकी सलाह देना शुरु कर दी। कम समय में करोड़ों रुपये आने लगे तो लालच बढ़ता गया। पुलिस के मुताबिक आरोपित के माता-पिता का निधन हो चुका है और फिलहाल मौसी के पास ही रहता है। ठगी के रुपयों से उसने फ्लैट और कारें खरीद ली। पूछताछ में यह भी बात सामने आइ कि बड़वाह कॉलेज का प्रोफेसर अभय मुंगी और नौकर योगेश उसकी मदद करते थे। उनके खातों में भी रुपये जमा हुए है। पुलिस बटालियन में पदस्थ सिपाही महेंद्र की भूमिका भी जांच रही है। प्रफुल्ल ने बताया महेंद्र के माध्यम से ही रुपये निवेश किए थे।
निवेशक राशि
प्रशांत पाल (शुभम पैलेस) 47 लाख
अजय सोनी (श्यामनगर) 12 लाख
मनोज जोशी(श्रीनगर एक्सटेंशन) 25 लाख
नरेंद्र जैन( द्रवि़ड़नगर) 40 लाख
प्रफुल्ल सोनकवड़े(नांदेड़) 10 लाख
हातीम (सांवेर) 22 लाख
डॉ.राबिन शर्मा 35 लाख
ओम परमार (राजोद) 50 लाख
सरदार पटेल(नायता मुंडला) 12 लाख
मोहन वर्मा (धामनोद) 30 लाख
राकेश वर्मा (बजरंगनगर) 37 लाख