Indore News: मेंडोलीन के तार और पांव पेटी का अलहदा अंदाज सहेजे यह फनकार
Indore News: आज भी संगीत की विरासत को फनकारों ने न केवल सहेज कर रखा है बल्कि साधा भी है।
By Sameer Deshpande
Edited By: Sameer Deshpande
Publish Date: Sat, 16 Jul 2022 02:33:02 PM (IST)
Updated Date: Sat, 16 Jul 2022 02:33:02 PM (IST)
Indore News: इंदौर, नईदुनिया प्रतिनिधि। इंदौर यूं ही संगीत की दुनिया में घराने के नाम से नहीं जाना जाता, यहां आज भी संगीत की विरासत को फनकारों ने न केवल सहेज कर रखा है बल्कि साधा भी है। जिनकी अंगुलियां मेंडोलीन के तारों पर जितनी कुशलता से धुन निकालती है उतनी ही दक्षता से ये पांवपेटी भी बजा लेते हैं। राजवाड़े के पास कोयला बाखल है जिसका वास्ता संगीत की तीन पीढ़ियों से है और इन तीन पीढ़ियों की गवाही देते दूसरी पीढ़ी के वरिष्ठ कलाकार हैं विजय गावड़े। इनके पिता चंद्रसेन गावड़े का ताल्लुक भी सात सुरों से रहा और बहू रसिका भी सुरों की साधना कर रही हैं। 1935 में बने भवन में आज भी करीब 100 साल पुरानी पांव पेटी न केवल रखी हुई है बल्कि बजाई भी जाती है और इसे विजय ही बजाते हैं।
विजय बताते हैं परिवार में शुरू से संगीत का माहौल रहा और लक्ष्मीकांत-प्यारेलाल की जोड़ी में से लक्ष्मीकांत के गुरु बालमुकुंद इंदूरकर घर आया करते थे, तब मैं बेंजो बजाता था। एक दिन उन्होंने मुझसे कोई दूसरा साज बजाने को कहा और मैंने उन्हीं का साज मेंडोलीन चुन लिया। पिता को पांव पेटी बजाता देख उसे तो मैं खुद ही सीख गया लेकिन मेंडोलीन की तालीम बालमुकुंद इंदूरकर और उस्ताद आबिद हुसैन से ली। हारमोनियम का प्रशिक्षण पं. विष्णुभैया मूंगरे से लिया। उस वक्त आज की तरह कक्षाओं का चलन नहीं था पर सीखने-सिखाने की बात शिद्दत से होती थी।
मेंडोलीन के कारण मुझे आकाशवाणी और दूरदर्शन में प्रस्तुति देने का मौका अक्सर मिला। जब मैं आकाशवाणी में कार्यक्रम देता था उस वक्त दीपक गरूड़, रमेश तागड़े, मोहन मूंगरे, बुंदू खां, दानवीर भी रेडियो पर प्रोग्राम देते थे। उस वक्त शास्त्रीय संगीत के आयोजनों की ही बहुलता थी। 1960 में मेरे साथ अहमद शाह, सतीष फडनीस, यदु रेगे आदि ने मिलकर संगीत कला संदेश संस्था शुरू की ताकि यहां सुगम संगीत की सभा भी हो सके। 80 के दशक में मैंने तीन कैसेट भी तैयार की और भारत में मेंडोलीन की पहली कैसेट मैंने ही तैयार की। इसके बाद दो माह तक मुझे इंग्लैंड में मेंडोलीन और हारमोनियम की प्रस्तुति देने का मौका मिला।