इंदौर, नईदुनिया प्रतिनिधि, Indore Police। विजय नगर थाने से भागकर शुक्रवार सुबह 27 वर्षीय अचल पुत्र मानसिंह पंवार निवासी मालवीय नगर ने चैंबर की जाली से लटककर फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। लसूड़िया थाना पुलिस को सुबह सूचना मिली कि निरंजनपुर सब्जी मंडी जाने वाली रोड पर बने चैंबर की जाली में फंदे पर एक शव लटका हुआ है। पुलिस मौके पर पहुंची तो मामला संदिग्ध लगा। पुलिस ने मौके पर एफएसएल की टीम बुलाई, युवक को बाहर निकाला तो उसने केवल अंडरगारमेंट पहनी हुई थी। हाथ में पट्टी बंधी थी। पुलिस ने पहले तो अज्ञात के रूप में शव का मर्ग कायम किया। इसके बाद कुछ लोगों ने युवक की पहचान की, तो पता चला कि युवक सुबह विजय नगर थाने से भागा था। हालांकि शाम तक युवक के स्वजन उसकी शिनाख्त करने के लिए नहीं पहुंचे थे।
प्रेम प्रसंग के चलते युवक ने युवती के साथ काटी थी हाथ की नस
टीआइ ने बताया कि एक महीने पहले आठ जून 2021 को युवक अचल पंवार और पड़ोस में रहने वाली युवती पूजा पुत्री गेंदालाल ने प्रेम प्रसंग के चलते नस काट ली थी। इसमें युवती की अस्पताल में इलाज के दौरान मौत हो गई थी। वहीं युवक गंभीर रूप से घायल था। ठीक होने के बाद उससे पूछताछ के लिए बुलाते थे। युवक को इसलिए भी बुलाते थे क्योंकि युवती के पिता ने अचल पर हत्या का आरोप लगाया था। साथ ही यह भी डर था कि उसका पिता युवक की हत्या न कर दे। युवती की मौत के बाद उसकी मानसिक स्थिति भी बिगड़ गई थी। हालाकि शुक्रवार सुबह उसे छोड़ दिया था। इसके बाद उसने यह कदम उठाया है।
भाई ने लगाया पुलिस पर आरोप
अचल के भाई आनंद पंवार ने बताया कि 14 जून को अचल की छुट्टी हुई थी। थाने में पूछताछ के बाद ही अचल को पुलिस ने घर जाने की इजाजत दी थी। वहां से उसे अपने घर खंडवा ले आए थे। अचल मालवीय नगर में किराए से रहता था, तो बड़ा भाई संदीप मकान का सामान खाली कराने गया तो उसने युवती के भाई और भाभी पकड़कर थाने ले आए। पुलिस ने संदीप को हिरासत में लेकर कहा कि अचल को लेकर आओ, उसके आने के बाद संदीप को छोड़ दिया जाएगा। 16 जून को अचल थाने में पेश हुआ था, तब से उसे विजय नगर थाने में ही बंद करके रखा। गुरुवार को भी उससे मुलाकात हुई थी। शुक्रवार को 12 बजे जब फिर से मिलने गया तो थाने में बंद आरोपितों ने बताया कि अचल सुबह भाग गया है। आनंद डर गया कि पुलिस अचल के बदले उसे न बैठा ले। इसलिए वह भी थाने से बाहर निकल आया। आनंद ने यह भी आरोप लगाया कि थाने की पुलिस उससे अचल को छोड़ने के 20 हजार रुपये मांग रही थी।