Teachers' Day 2021: यह है शिक्षकों की 'केमिस्ट्री’, न उम्र की सीमा है, न देश का बंधन
Teachers' Day 2021: इंदौर में कई शिक्षक देश के भविष्य की सीरत को संवारने की कोशिश कर रहे हैं।
By Prashant Pandey
Edited By: Prashant Pandey
Publish Date: Sun, 05 Sep 2021 09:35:23 AM (IST)
Updated Date: Sun, 05 Sep 2021 09:39:53 AM (IST)
Teachers' Day 2021 : शिक्षक और शिष्य की केमिस्ट्री ही अलग होती है। इनके लिए न तो उम्र का बंधन होता है, न स्थान का और ना ही समय का। शिक्षक का स्वार्थ शिष्य का बेहतर भविष्य बनाना होता है। इसके लिए वह हर तरह से प्रयास करता है। इस शिक्षक दिवस पर ऐसे ही कुछ शिक्षकों के प्रयासों को हम सबके सामने ला रहे हैं ताकि इनसे और शिक्षकों को प्रेरणा मिले और अगली पीढ़ी के शिक्षक इस परंपरा को आगे बढ़ाएं।
इंदौर: भविष्य की सीरत संवारने के कर रहे जतन
इंदौर (हर्षल सिंह राठौर)। इंदौर में कई शिक्षक देश के भविष्य की सीरत को संवारने की कोशिश कर रहे हैं। कोई मंदिर की जिम्मेदारी संभालते हुए शिक्षा का दान दे रहा है तो किसी ने घर के आसपास के जरूरतमंदों को शिक्षा देने का बीड़ा उठाया है। शहर के प्राचीन मंदिर रामानुजकोट के आचार्य स्वामी रंगाचार्य महंत 79 वर्ष की उम्र में भी शिक्षा का दीप जलाए रखने की कोशिश में लगे हुए हैं। एसजीएसआइटीएस में 1964 से 2005 तक फिजिक्स पढ़ा चुके रंगाचार्य महंत ने सेवानिवृत्ति के बाद भी शिक्षण जारी रखा। वर्तमान में तकनीक से हाथ मिलाया और फिजिक्स के साथ इतिहास और दर्शन शास्त्र की शिक्षा देनी शुरू की।
फार्मा कंपनी से सेवानिवृत्त दीप हरयानी घर के आसपास रहने वाले जरूरतमंद बच्चों को निशुल्क शिक्षा दे रहे हैं। इन बच्चों को वे गणित, अंग्रेजी, विज्ञान और सामाजिक अध्ययन पढ़ा रहे हैं। दीप बताते हैं कि उन्होंने इन बच्चों पर व्यक्तिगत रूप से ध्यान दिया गया तो परिणाम भी बेहतर आने लगा।
तंग बस्ती के बच्चों के लिए प्रयास
निजी स्कूल में केमिस्ट्री पढ़ाने वाली माधुरी मोयदे 10 वर्षों से तंग बस्ती के बच्चों को शिक्षा दिलाने का कार्य कर रही हैं। बच्चों को वे न केवल पढ़ने के लिए प्रेरित करती हैं बल्कि स्कूल में प्रवेश भी दिलाती हैं। लाकडाउन के दौरान इन्होंने अन्य शिक्षकों के साथ बच्चों को निशुल्क आनलाइन अंग्रेजी, गणित व कला का ज्ञान देना शुरू किया।