इंदौर, नईदुनिया प्रतिनिधि। बुराई पर अच्छाई के जीत के पर्व विजयादशमी पर शुक्रवार को शहरभर में रावण दहन के आयोजन होंगे। रावण के चेहरे में कहीं आग उगलता भ्रष्टाचारी तो कहीं आंख दिखाता दुष्कर्मी रावण का पुतला जलाया जाएगा।
आयोजन समिति ने 31 से लेकर 111 फीट के पुतले के निर्माण का दावा किया है। इस अवसर पर रंगारंग आतिशबाजी भी होगी। छावनी में जहां चलित तो विजयनगर में रंग बदलते रावण के पुतले का दहन होगा।
दशहरा मैदान : 111 फीट का रावण, 250 फीट की लंका
दशहरा महोत्सव समिति द्वारा दशहरा मैदान पर 111 फीट के रावण और 250 फीट की लंका का दहन किया जाएगा। संयोजक सत्यनारायण सलवाडिया और अध्यक्ष पिंटू जोशी ने बताया कि दहन शाम 7 बजे किया जाएगा। दहन से पहले महूनाका से शोभायात्रा निकाली जाएगी। दहन देखने हजारों की संख्या में लोग आएंगे, जिसकी तैयारियां की जा रही हैं।
छावनी : हिंदू-मुस्लिम युवाओं ने मिलकर बनाया 51 फीट का दशानन
एकता सहयोग समिति द्वारा छावनी स्थित हाईस्कूल मैदान पर रात 8.30 बजे दहन किया जाएगा। संयोजक जगमोहन वर्मा और किशोर मीणा ने बताया कि आयोजन का यह 32वां वर्ष है। इस बार चलित रावण का निर्माण हिंदू-मुस्लिम युवाओं ने मिलकर किया है। लंका भी बनाई गई है। दहन से पहले रंगारंग आतिशबाजी होगी। इसमें उषागंज, जावरा कंपाउंड, पारसी, मोहल्ला आदि के रहवासी भाग लेंगे।
विजय नगर : 55 फीट का रावण
दशहरा उत्सव समिति द्वारा विजय नगर मैदान पर 51 फीट के रावण का दहन किया जाएगा। आयोजक पीयूष जायसवाल और महिपालसिंह पंवार ने बताया कि उज्जैन के कलाकारों ने रावण तैयार किया है। यह अलग-अलग रंग में नजर आएगा। इससे पहले भजन संध्या और महाकाली का नृत्य भी होगा। दहन रात 9 बजे किया जाएगा।
नगर निगम रोड : पुतले को दिए दुष्कर्मियों के चेहरे
संस्था सूर्य मंच द्वारा रात 9 बजे श्रीकृष्ण टॉकीज नगर निगम रोड पर रावण दहन किया जाएगा। संयोजक सन्नाी पठारे ने बताया कि पुतले को दुष्कर्मियों के चेहरे दिए गए हैं। 31 फीट के रावण के दहन के बाद 251 किलो गिल्की के भजिए बांटे जाएंगे।
आज दोपहर 3.29 बाद लगेगी दशमी
मतमतांतर के चलते शहर में गुरुवार और शुक्रवार को दशहरा मनाया जाएगा। ज्योतिर्विद् गुरुवार 18 अक्टूबर को दशहरा मनाने को शास्त्र सम्मत बता रहे हैं, लेकिन दहन के आयोजन 19 अक्टूबर शुक्रवार को होंगे। ज्योतर्विद् पं. ओम वशिष्ठ ने बताया कि नवमीयुक्त दशमी के दिन गुरुवार को दशहरा मनाना शास्त्र सम्मत है। हालांकि मतमतांतर के चलते उदया तिथि में दशमी पर 19 अक्टूबर को दहन के आयोजन होंगे।
गुरुवार दोपहर 3.29 मिनट तक नवमी तिथि रहेगी। इसके बाद दशमी तिथि प्रारंभ हो जाएगी, जो 19 अक्टूबर को शाम 5.57 बजे तक रहेगी। पर्व के लिए आवश्यक श्रवण नक्षत्र का योग है, जो केवल गुरुवार को रात 12.34 बजे तक ही रहेगा। विजय मुहूर्त दोपहर 2.18 से 3.05 बजे तक रहेगा।
ज्योर्तिविद् विवेक शर्मा के मुताबिक शस्त्रों का पूजन अपरा- काल में, जबकि रावण दहन सूर्यास्त के पहले करने का नियम है। इसके चलते विजयादशमी गुरुवार को मनाना शास्त्र सम्मत होगी।