इंदौर, नईदुनिया प्रतिनिधि । देवशयनी एकादशी पर शहर के विभिन्न मंदिरों में विशेष पूजा-अर्चना की गई। वैष्णव संप्रदाय को समर्पित मंदिरों में भगवान श्रीहरि नारायण के स्वरूप की न केवल विशेष पूजा हुई बल्कि अाकर्षक श्रृंगार भी किया गया। कोरोना के चलते इस बार जरूर उत्सव की रंगत विगत वर्षों की तरह नहीं रही। विभिन्न मराठी संगठनों अौर संप्रदाय विशेष द्वारा शहर में निकलने वाली दिंडी यात्रा लगातार दूसरी बार भी नहीं निकल सकी। शहर के प्राचीन पंढ़रीनाथ मंदिर में भक्ति का उत्साह देखते ही बन रहा था। शाम को अारती के वक्त मंदिर जय श्री हरि विट्ठल-जय श्री हरि विट्ठल के जयघोष से गूंज उठा।
संस्था तरुण मंच और राजे क्षत्रीय मराठा संगठन के सदस्यों द्वारा मंदिर में पाऊल भजन के साथ विट्ठल-रूकमाई की स्तुति की। मराठी भाषी महिला-पुरुष पारंपरिक वस्त्र पहन अारती करने पहुंचे। इस अवसर पर सदगुरु अण्णा महाराज, अमृतफले महाराज, सुनील शास्त्री गुरु, संजय तारणेकर सहित शहर के प्रमुख संतजन आरती में शामिल हुए।
तुलसी-कुमकुम से हुई अर्चना
श्रीलक्ष्मी वेंकटेश देवस्थान छत्रीबाग में प्रभु वेंकटेशजी का विशेष श्रृंगार किया गया। भगवान को अाकर्षक पोषाक व अाभूषण धारण कराए गए। भगवान की तुलसी दल से अौर महालक्ष्मी का कुमकुम से अर्चना की गई। इसके अलावा महाआरती कर स्तोत्र पाठ का वाचन किया गया। सुबह से ही मंदिर में भक्तों का तांता लगा हुअा था जो रात तक जारी रहा।
सजा फूलबंगला, 108 दीपों से हुई अारती
पंचकुइया स्थित श्रीराम मंदिर में मंगलवार को तीन दिनी महोत्सव संपन्न हुअा। इस दिन भगवान टीकमजी का अभिषेक कर द्वारका धाम स्वरूप में विशेष श्रृंगार किया गया। यहां फूल बंगला भी सजाया गया अौर 108 दीपों से महाआरती भी हुई। मंदिर के महामंडलेश्वर लक्ष्मणदास महाराज ने बताया कि 11 पंडितों की उपसि्थति में तुलसी अर्चना, कमल फूलों से अर्चना, विष्णु सहस्त्रनाम जाप भी किया गया। भक्तों ने अच्छी बारिश अौर कोरोना मुक्ति की कामना की। इस अवसर पर शंभूदयाल अग्रवाल, अशोक गोयल, नारायण अग्रवाल, हरिनारायण गोयल, महामंडलेश्वर रामगोपाल दास, प. अजय शास्त्री व प. जितेंद्र शास्त्री भी उपसि्थत थे।
दिंडी यात्रा हुई निरस्त
संस्था तरुण मंच और राजे क्षत्रीय मराठा संगठन द्वारा हरसिद्धि मंदिर से पंढ़रीनाथ मंदिर तक दिंडी यात्रा निकाली जाने वाली थी। इस पर प्रशासनिक अधिकारियों द्वारा संयोजकों से दिंडी यात्रा के निर्णय पर पुनर्विचार करने की बात कही गई। मंगलवार की सुबह सदगुरु अण्णा महाराज की उपस्थिति में बैठक अायोजित की गई। इसमें जिला प्रशासन की ओर से अपर कलेक्टर अभय बेडेकर, एडीएम पवन जैन, राजेश व्यास, सुधीर देडगे, प्रशांत बडवे व अतुल बनवडीकर उपस्थित थे। बैठक में कोरोना महामारी की तीसरी लहर की अाशंका के चलते यात्रा निरस्त करने का निर्णय लिया गया।