Navratri 2022 : इस बार हाथी पर सवार होकर आएंगी मां दुर्गा, लाएंगी खुशहाली
Navratri 2022 : इस बार समृद्धि के प्रतीक हाथी पर होगा आगमन, माता मंदिरों में होंगे कई अनुष्ठान, हर दिन होगा नवीन श्रृंगार।
By Hemraj Yadav
Edited By: Hemraj Yadav
Publish Date: Tue, 13 Sep 2022 06:25:00 AM (IST)
Updated Date: Tue, 13 Sep 2022 08:28:24 AM (IST)
Navratri 2022 : इंदौर (नईदुनिया प्रतिनिधि)। नौ दिनी शारदीय नवरात्र पर्व 26 सितंबर से 4 अक्टूबर तक मनाया जाएगा। ज्योतिर्विदों के मुताबिक, इस बार मां दुर्गा ब्रह्म योग में सुख-समृद्धि और खुशहाली लेकर हाथी पर सवार होकर आएंगी। इस बार कोरोना प्रतिबंध से मुक्त उत्सव की तैयारी माता मंदिरों में की जा रही है। इसके चलते हवन-पूजन और अनुष्ठानों के साथ बड़े पैमाने पर गरबा खेला जाएगा। माता मंदिरों में नित नवीन श्रृंगार किया जाएगा।
काली मंदिर खजराना के ज्योतिर्विद आचार्य शिवप्रसाद तिवारी के अनुसार, प्रतिपदा तिथि 25 सितंबर को रात 3 बजकर 23 मिनट से 26 सितंबर की रात 3 बजकर 8 मिनट तक रहेगी। माता का आगमन सोमवार के दिन हो रहा है। रविवार और सोमवार को माता का आगमन हाथी पर माना जाता है। हाथी सुख-समृद्धि का प्रतीक है। कहा जाता है कि माता का आगमन हाथी और नौका पर होता तो वह साधक के लिए कल्याणकारी होता है। इसके अतिरिक्त घोड़ा, भैंस, डोली और मानव पर सवार होकर आए तो इसे अमंगल का संकेत माना गया है। ज्योतिर्विद् पं. विवेक शर्मा के मुताबिक, नवरात्र की शुरुआत शनिवार और मंगलवार को हो तो देवी का आगमन घोड़े और गुरुवार एवं शुक्रवार के दिन होने पर आगमन डोली में माना गया है। बुधवार के दिन आगमन नौका पर बताया गया है।
शहर के माता मंदिरों में तैयारी शुरू
नवरात्र को लेकर इंदौर के माता मंदिरों में तैयारी शुरू हो गई है। रंगरोगन के साथ इस दौरान होने वाले अनुष्ठानों के लिए ट्रस्ट और भक्त मंडल के बीच बैठक शुरू हो गई है। बिजासन माता मंदिर, हरसिद्धि मंदिर, अन्नपूर्णा माता मंदिर, श्रीश्री विद्याधाम एरोड्रम रोड, वैष्णवधाम बिचौली मर्दाना के साथ ही दिव्य शक्तिपीठ में भी इस अवसर पर यज्ञ-हवन और अनुष्ठान होंगे। इस दौरान माता का नित-नवीन श्रृंगार और पूजन किया जाएगा।