नईदुनिया प्रतिनिधि, इंदौर। इंदौर के उद्योगपति विष्णु गोयल और उनकी पत्नी रेखा गोयल के स्वामित्व की कंपनी शिवा पब्लिकेशन ने 1998 में नेशनल हेराल्ड का स्वामित्व खरीद लिया था। 1983 में अर्जुन सिंह के मुख्यमंत्री कार्यकाल में नेशनल हेराल्ड को नाममात्र की कीमत पर इंदौर विकास प्राधिकरण (आइडीए) द्वारा जमीन का आवंटित किया गया था। बीते वर्षों से जारी कानूनी विवाद के दौरान नेशनल हेराल्ड इंदौर के स्वामित्व व जमीन के दस्तावेज ईडी ने भी तलब किए थे।
आइडीए भी इसका भूमि आवंटन निरस्त कर चुका है। विभिन्न मामलों में कोर्ट प्रकरण अब भी लंबित है। बीते जुलाई में प्रेस काम्प्लेक्स में नेशनल हेराल्ड वाले पते पर स्टेट जीएसटी ने छापा मारा था। वहां पर लगभग दस कंपनिया रजिस्टर्ड थीं। जो कपास और विभिन्न एग्री कमोडिटी की ट्रेडिंग में शामिल थीं। कर चोरी की शंका में जांच हुई थी।
गौरतलब है कि आइडीए ने स्कीम-54 में 21 हजार 780 वर्गफीट प्लाट सिर्फ 2.85 रुपए प्रति वर्गफीट में आरसी चौबे, मैनेजर नेशनल हेराल्ड भोपाल के नाम आवंटित किया गया था। लंबे समय तक इस जमीन पर निर्माण नहीं किया गया और खाली प्लाट पड़ा रहा। आइडीए के व्ययन नियमों के अनुसार चार साल के अंदर निर्माण किया जाना जरूरी है। इसको आधार बनाते हुए 19 दिसंबर 2011 को आइडीए ने इस जमीन की लीज निरस्त कर दी। इस जमीन का मालिकाना हक शिवा कंपनी जता रही है। मामले में लीज निरस्ती के फैसले को लेकर कोर्ट में चुनौती दी गई थी और उन्हें स्थगन भी मिला है।