MP Govt Scheme इंदौर। प्रदेश सरकार ने जनजाति वर्ग के उत्थान और युवाओं को स्व-रोजगार के अवसर देने के लिए भगवान बिरसा मुंडा और टंट्या मामा योजना चलाई जा रही है। इस योजना में स्वरोजगार स्थापित करने वाले युवाओं को 50 लाख तक का ऋण देने का प्रावधान किया गया है। आठवीं पास युवा योजना के तहत ऋण प्राप्त कर सकते हैं।
इंदौर जिले में भगवान बिरसा मुंडा और टंट्या मामा योजना के लिए विशेष जागरूकता अभियान संचालित किये जा रहे हैं। आदिवासी युवाओं को रोजगार की मुख्य धारा से जोड़ने के लिए भगवान बिरसा मुंडा और टंट्या मामा के नाम से दो योजनाएं चलाई है, जिसमें युवाओं को एक लाख से 50 लाख तक का ऋण मिलेगा। इससे वह स्वयं के रोजगार के साथ दूसरों को भी रोजगार उपलब्ध करायेंगे।
जनजाति कार्य विभाग के अनुसार दोनों योजना का लाभ लेने के लिए एमपी ऑनलाइन के समस्त पोर्टल के माध्यम से आवेदन किए जा सकते है। जिला कार्यालय से इस संबंधी में विस्तृत जानकारी ली जा सकती है। आवेदक द्वारा पात्रता शर्त पूरी करने के बाद ऋण उपलब्ध कराया जाएगा।
इसमें आवेदक सेवा अथवा व्यवसाय के लिए एक लाख से 25 लाख तक ऋण ले सकेगा। निर्माण इकाई के लिए एक लाख से 50 लाख तक का ऋण उपलब्ध होगा। इस योजना का लाभ लेने के लिए 18 वर्ष से 45 वर्ष तक के युवा को 8वीं पास होना जरूरी है।
इस योजना में आवेदक को 10 हजार से एक लाख तक ऋण दिया जाएगा। योजना का लाभ 18 वर्ष से 55 वर्ष तक के व्यक्ति ले सकेंगे।