JEE Mains Result 2024: जेईई मेन्स के दूसरे चरण की परीक्षा में नारी शक्ति ने मारी बाजी
जो छात्र जेईई एडवांस के लिए क्वालिफाई नहीं कर पाते हैं, उन्हें जोसा और एमपी डीटीई की काउंसलिंग में हिस्सा लेकर संस्थानों में प्रवेश लेना होगा।
By Sameer Deshpande
Edited By: Sameer Deshpande
Publish Date: Fri, 26 Apr 2024 08:52:54 AM (IST)
Updated Date: Fri, 26 Apr 2024 08:52:54 AM (IST)
रिद्धी मोटवानी JEE Mains Result 2024: नईदुनिया प्रतिनिधि, इंदौर। नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (एनटीए) ने 24 अप्रैल की देर रात जेईई मेन्स 2024 दूसरे चरण का रिजल्ट जारी किया। इस बार की मेन्स की परीक्षा में शहर की श्रेष्ठा ने 162 आल इंडिया रैंक प्राप्त कर 99.99 पर्सेंटाइल के साथ टापर बनी हैं। इसके बाद अर्णव सिन्हा ने 99.98 प्राप्त कर दूसरे स्थान पर हैं और रिद्धी मोटवानी ने 99.98 पर्सेंटाइल प्राप्त की है।
इंदौर से इस बार 1500 से अधिक छात्र एडवांस की परीक्षा में बैठने के लिए पात्र हुए हैं। वहीं जो छात्र एडवांस के लिए क्वालिफाई नहीं कर पाएं हैं, वह एमपी डीटीई की काउंसलिंग के लिए आवेदन कर सकते हैं। जल्द ही इसकी काउंसलिंग शुरू होगी। जेईई मेन्स के आधार पर छात्रों को एनआइटी व अन्य इंजीनियरिंग संस्थानों में प्रवेश मिल सकता है। ऐसे में जो छात्र जेईई एडवांस के लिए क्वालिफाई नहीं कर पाते हैं, उन्हें जोसा और
एमपी डीटीई की काउंसलिंग में हिस्सा लेकर संस्थानों में प्रवेश लेना होगा।
इन्होंने मारी बाजी
पढ़ाई के साथ खेल-कूद में अव्वल
श्रेष्ठा गुप्ता के पिता साफ्टवेयर इंजीनियर हैं और बड़ी बहन आइआइटी गुवाहाटी में पढ़ रही हैं। श्रेष्ठा कहती हैं कि मेरे घरवाले चाहते थे कि मैं मेडिकल के क्षेत्र में जाऊं। हालांकि मुझे शुरू से आइआइटी में ही जाना था। श्रेष्ठता की पिता आलोक गुप्ता कहते हैं कि श्रेष्ठता शुरू से पढ़ाई के अलावा खेलकूद में भी श्रेष्ठ थी। उसने कराते में ब्राउन बेल्ट भी प्राप्त किया है।
घर का पहला आइआइटीयन बनूंगा
इंदौर के अर्णव सिन्हा ने बताया कि मुझे आइआइटी बाम्बे में जाना है, इसके लिए मैंने जी तोड़ मेहनत की। जब मेरे टेस्ट में नंबर कम आते तो बहुत डर जाता था। परिवार के सहयोग मिला तो दोबारा अधिक मेहनत करके अच्छा प्रदर्शन किया। मैं प्रतिदिन 13 घंटे स्टडी करता था। मेरी परिवार में अभी तक कोई आइआइटीयन नहीं है। मेरा सपना है कि नौकरी कर इंडस्ट्री की समझ हासिल कर भविष्य में अपना स्टार्टअप शुरू करूंगा।
अब एडवांस की तैयारी पर फोकस
रिद्धी मोटवानी ने बताया कि मैं आइआइटी बाम्बे से कम्प्यूटर साइंस ब्रांच में प्रवेश लेना चाहती हूं। दो वर्षों तक काफी मेहनत की। एडवांस के लिए रिजल्ट को लिए मैं बहुत चिंतित थी। मैंने प्लान बी में बिटसैट की परीक्षा देना तय किया। अब रिजल्ट अच्छा आया तो एडवांस की तैयारी पर फोकस करुंगी।
अगले लक्ष्य की करें तैयारी
ने कहा कि जिन बच्चों का एडवांस क्लीयर नहीं हुआ है, वह बिटसैट और वीआइटी की तैयारी पर ध्यान केंद्रित कर सकते हैं। साथ ही एमपी डीटीई की काउंसलिंग जल्द शुरू हो जाएगी, उसके लिए भी आवेदन कर सकते हैं। वहीं जिन बच्चों का जेईई एडवांस में सिलेक्शन हो गया है, उन्हें टेस्ट देना चाहिए। एडवांस का पेपर कठिन होता है, इसलिए सभी चैप्टर पढ़ने के बजाय कम चैप्टर बेहतर ढंग से पढ़ें। रात को पर्याप्त नींद लें। कैमेस्ट्री जेईई एडवांस में स्कोरिंग होता है। जहां तक इस बार के जेईई मेन्स की बात रही, तो पिछले वर्ष की तुलना में जेईई मेन्स में अलग-अलग सेशन की कठनाई अलग-अलग स्तर पर थी।
विजित जैन, विषय विशेषज्ञ