नईदुनिया प्रतिनिधि, इंदौर (Jansunwai Indore)। प्लॉट पर कब्जे की शिकायत लेकर आयुक्त कार्यालय पहुंचा वृद्ध पुलिस आयुक्त संतोष कुमारसिंह के पैरों में गिर गया। आयुक्त ने एसीपी को जांच सौंपी है। श्रीनगर (कांकड़) निवासी अब्दुल सत्तार नूर मोहम्मद ने गृह निर्माण सहकारी संस्था से प्लाट खरीदा था। सत्तार के मुताबिक प्लाट पर कब्जा तो उसको मिल गया लेकिन कुछ लोग निर्माण नहीं करने दे रहे।
रहवासी अब्दुल जब्बार, उसकी पत्नी और गुंडे धमका कर भगा देते हैं। सत्तार ने छह महीने पूर्व भी पुलिस को शिकायत की लेकिन कार्रवाई नहीं हुई। मंगलवार को वह आयुक्त संतोष कुमारसिंह के पास पहुंचा और पैर पकड़ लिए।
आयुक्त ने सत्तार को संभाला और पूरा घटनाक्रम समझा। आयुक्त ने सुनवाई में मौजूद एसीपी कुंदन मंडलोई को जांच कर कार्रवाई के निर्देश दिए। आयुक्त के मुताबिक जनसुनवाई में सभी तरह की शिकायतें आई हैं।
कलेक्टर की जनसुनवाई में सैकड़ों आवेदक समस्याएं लेकर पहुंचते हैं। मंगलवार को प्रेमा बडोनिया आर्थिक सहायता के लिए पहुंचीं। उन्होंने कलेक्टर को बताया कि मेरी कोई संतान नहीं है और पति का निधन हो चुका है।
गुजर-बसर के लिए निजी स्कूल में नौकरी करती थी, लेकिन काम के दौरान पैर फिसलने से पैर की हड्डी टूट गई। ऑपरेशन के बाद राड डली है। इससे मुझे चलने- फिरने में दिक्कत होती है। नौकरी भी छूट गई, जीवन-यापन का कोई साधन नहीं है। मैं बैग, कुशन, लोड कवर बना लेती हूं, लेकिन मेरे पास मशीन नहीं है।
महिला की परेशानी सुनकर कलेक्टर आशीष सिंह ने रेडक्रास से सिलाई मशीन स्वीकृत की। कलेक्टर कार्यालय में होने वाली जनसुनवाई में मंगलवार को 250 से अधिक आवेदक पहुंचे। जनसुनवाई में आने वाले आवेदनों को सीएम हेल्पलाइन पोर्टल पर चढ़ाया जा रहा है, ताकि मानिटरिंग पुख्ता तरीके से की जा सके।
जनसुनवाई में अन्य लोगों की समस्याओं को भी अधिकारियों ने अपने कक्ष में बैठकर सुना। कलेक्टर सिंह ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि जनसुनवाई में आने वाले सभी प्रकरणों का समय-सीमा में सकारात्मक रूप से निराकरण सुनिश्चित करें। कलेक्टर कार्यालय में विकेंद्रीकृत व्यवस्था के तहत हुई जनसुनवाई में सैकड़ों आवेदकों ने अधिकारियों के कक्ष में भी पहुंचकर समस्याएं बताईं।