नईदुनिया प्रतिनिधि, इंदौर। इंदौर के सिल्वर स्प्रिंग फेस-2 में शुक्रवार रात प्रॉपर्टी कारोबारी प्रमोद रघुवंशी ने पांच हवाई फायर किए। कॉलोनी में गश्त को लेकर रघुवंशी की सुरक्षाकर्मियों से बहस हो गई थी। पुलिस ने शनिवार तड़के गिरफ्तार कर उसकी लाइसेंसी बंदूक जब्त कर ली। आरोपित प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी का करीबी बताया जा रहा है।
भाजपा नेताओं ने पटवारी से सवाल पूछे हैं लेकिन पटवारी रघुवंशी को पहचानने से इन्कार कर रहे हैं। डीसीपी (जोन-1) विनोद कुमार मीना के मुताबिक आरोपित प्रमोद चाहता था कि गार्ड उसके घर और ऑफिस के सामने खड़े रहें।
रात करीब 11:30 बजे प्रमोद शराब पीकर आया और सिक्युरिटी गार्ड गणेशसिंह, संतोष ठाकुर और कमलसिंह परिहार से विवाद किया। फिर घर से लाइसेंसी बंदूक लाया और दनादन पांच फायर कर दिए। गोलियों की आवाज सुनकर रहवासी बाहर आ गए।
सूचना मिलते ही पुलिस पहुंची। रात में गार्ड कमलसिंह परिहार की शिकायत पर एफआईआर दर्ज कर प्रमोद को गिरफ्तार कर लिया। लाइसेंसी बंदूक भी जब्त कर ली। डीसीपी ने लाइसेंस निरस्त करने के लिए कलेक्टर को पत्र लिखा है। शनिवार दोपहर पुलिसकर्मी प्रमोद को कॉलोनी में ले गए और उसका जुलूस निकाला।
इस घटना से गार्ड सहमे हुए हैं और खुलकर बयान देने की स्थिति में नहीं हैं। प्रमोद सुरक्षा व्यवस्था और मेंटेनेंस कार्य भी स्वयं देखता है। कुछ दिनों पूर्व भी उसने एक युवक से मारपीट की थी। उसका बेटा भी गार्ड और रहवासियों पर रौब झाड़ता रहता है।
टीआई देवेंद्र मरकाम के मुताबिक गिरफ्तारी के वक्त प्रमोद नशे में था। गोली चलाने का कारण पूछा तो कहा चोरों को डराने के लिए हवा में फायर कर रहा था। प्रमोद खुद को प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी का प्रतिनिधि बताता है।
भाजपा नेताओं ने सोशल मीडिया पर पटवारी और प्रमोद का फोटो पोस्ट कर पूछा कि क्या पटवारी अपने समर्थक को कांग्रेस से बाहर करेंगे, जबकि पटवारी उसे पहचानने से इन्कार कर रहे हैं।
इंदौर शहर में तय समय के बाद भी संचालित होने वाले बार और पबों पर अंकुश लगाने के लिए आबकारी विभाग द्वारा एचएमएस व वीएमएस सॉफ्टवेयर के माध्यम से ऑनलाइन निगरानी की व्यवस्था शुरू की गई। इसके लिए सभी बार व पबों में सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं।
इनके जरिये बार और पबों की गतिविधियों की जानकारी तुरंत कंट्रोल रूम के अलावा वृत प्रभारी के पास पहुंच रही है। रात 12 के बाद यदि बार संचालित होते हैं, तो नोटिफिकेशन के आधार पर वृत प्रभारी द्वारा नियमानुसार कार्रवाई की जा रही है।