नईदुनिया प्रतिनिधि, इंदौर। दलाल बाग में हंगामे के बाद इवेंट मैनेजर दुल्हन की शादी अटक गई। दूल्हा दिनभर लाकअप में बैठा रहा और फेरों का वक्त टल गया। दूल्हा छह महीने की मोहलत मांग रहा है। दुल्हन अब अफसरों के चक्कर लगा रही है और शादी करना चाहती है।
महू निवासी सपना का फोटोग्राफर निलेश यादव (बालदा कॉलोनी) से प्रेम प्रसंग चल रहा था। दोनों लिवइन रिलेशन में भी रहने लगे थे। मुख्यमंत्री कन्या विवाह योजना में फार्म भरा और शुक्रवार को फेरे लेने पहुंच गए।
इसी बीच निलेश की एक अन्य प्रेमिका रुक्मणि समारोह स्थल दलालबाग पहुंची और निलेश की पिटाई शुरू कर दी। सजधज कर मंडप में बैठी सपना पर भी हाथ साफ कर डाले। रुक्मणि तो भाग गई लेकिन निलेश पुलिसवालों के हत्थे चढ़ गया।
हंगामे के डर से दिनभर लॉकअप में बैठाए रखा। शाम तक रुक्मणि का रास्ता देखा और रात को सपना के साथ रवाना कर दिया। मंडप में हुई घटना से निलेश इतना घबराया कि सपना से पल्ला झाड़ लिया। उसका कहना है कि मुझे छह महीने का वक्त चाहिए।
रुक्मणि से छुटकारा पाने के बाद ही शादी करेगा। लिवइन में रह रही सपना को उस पर विश्वास नहीं है। उसका कहना है कि पता नहीं छह महीने बाद क्या हो। क्या पता निलेश किसी और से प्रेम कर बैठे और उससे शादी ही न हो।
शनिवार को दुल्हन जोन-1 के डीसीपी विनोद कुमार मीना के पास पहुंची और शादी की गुहार लगाई। सपना के मुताबिक निलेश अगर गलत है कि रुक्मणि उसकी रिपोर्ट करे। रुक्मणि तो पूर्व से ही शादीशुदा है। जब उसे शादी ही नहीं करना है तो मेरी शादी में अड़ंगा क्यों लगा रही है। पुलिस के मुताबिक दो युवतियों का मामला है। जो शिकायत करेगा उसकी जांच करेंगे।
वाईएस रियल एस्टेट कंपनी बनाकर लोगों से ठगी करने वाले दो आरोपितों बसंत विजयवर्गीय और अखिल उपासनी की अग्रिम जमानत याचिका उच्च न्यायालय द्वारा खारिज कर दी गई। दोनों आरोपितों पर सरकारी जमीन पर अवैध कॉलोनी के प्लाट धोखे से बेच कर पांच करोड़ रुपये से ज्यादा ऐंठने का आरोप लगा है।
सुभाष नगर और नंदानगर के रहने वाले आरोपित खुद को मंत्री कैलाश विजयवर्गीय का रिश्तेदार बताकर ठगाए लोगों को धौंस भी देते थे।
थाना चंदन नगर में दोनों आरोपितों के खिलाफ धारा 420, 406 व अन्य धाराओं में प्रकरण दर्ज हुआ था। गिरफ्तारी से बचने के लिए आरोपितों ने हाई कोर्ट में अग्रिम जमानत याचिका दायर की थी।