Smart City Award Contest 2022: इंदौर (नईदुनिया प्रतिनिधि)। स्वच्छता का सिरमौर बनने के बाद इंदौर स्मार्ट सिटी का सुपर स्टार साबित हुआ है। देश की बेस्ट स्मार्ट सिटी का पुरस्कार इंदौर ने जीता है। केंद्र सरकार के स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट के तहत सबसे बेहतर काम करने के लिए इंदौर को बेस्ट स्मार्ट सिटी घोषित किया गया है। इंदौर के साथ भोपाल, जबलपुर, ग्वालियर और सागर की झोली में आए पुरस्कारों के दम पर प्रदेश के हिस्से में सबसे ज्यादा पुरस्कार आए। नतीजा देश में मप्र को स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट के तहत बेस्ट स्टेट का पुरस्कार भी दिया जा रहा है।
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने इस उपलब्धि के लिए स्मार्ट सिटी के नागरिकों और विभागीय अधिकारियों को बधाई दी है। नगरीय विकास एवं आवास मंत्री भूपेंद्र सिंह ने अधिकारियों एवं कर्मचारियों को बधाई देते हुए कहा है कि यह अवार्ड मुख्यमंत्री चौहान के कुशल मार्गदर्शन में किए गए कार्यों के कारण मिले हैं।
देश भर की स्मार्ट सिटी में इंदौर को मिला बेस्ट स्मार्ट सिटी का अवार्ड...।
वही राज्यों में मध्य प्रदेश रहा अव्वल...।
एक बार फिर स्मार्ट सिटी इंदौर ने मध्य प्रदेश को गौरवान्वित किया है।#SmartCities#indore@SmartCities_HUA@HardeepSPuri @swachhbharat @CMMadhyaPradesh@PMOIndia pic.twitter.com/FbdfaxlD2G
— JD Jansampark Indore (@jdjsindore) August 25, 2023
स्मार्ट सिटी अवार्ड कांटेस्ट 2022 की अलग-अलग श्रेणियों में देश के विभिन्न शहरों की कुल 845 प्रविष्टियां केंद्र के पास पहुंची थीं। इनमें से 66 शहरों को पुरस्कार के लिए चुना गया है। स्मार्ट सिटी के इस मुकाबले में अन्य छह श्रेणियों में भी पुरस्कार पाकर इंदौर सबसे ज्यादा पुरस्कार जीतने वाला सितारा शहर बनकर उभरा है। इनमें इंदौर को पहला या दूसरा पुरस्कार मिला है। इस तरह सबसे ज्यादा पुरस्कार जीत कर इंदौर बेस्ट स्मार्ट सिटी की ट्राफी पर दावा करते हुए इसे हासिल कर सका। नदियों को साफ करने से लेकर वायु प्रदूषण घटाने और कचरे से गैस बनाने जैसे नवाचार ने इंदौर को पहले स्थान पर खड़ा कर दिया। गुजरात के सूरत और अहमदाबाद दूसरे स्थान पर रहे।
स्मार्ट सिटी परियोजना के तहत इंदौर में कान्ह नदी के आसपास कृष्णपुरा छत्री से रामबाग ब्रिज तक बने रिवर फ्रंट, वैल्यू कैपिटल फाइनेसिंग, गोबरधन बायो सीएनजी प्लांट, अहिल्या वन, वर्टिकल गार्डन व एयर क्वालिटी में सुधार, सरस्वती व कान्ह नदी रिवर प्रोजेक्ट, कोविड इनोवेशन श्रेणी के चलते इंदौर का प्रदर्शन देश के सभी शहरों में सर्वश्रेष्ठ माना गया। इंदौर के अलावा मध्य प्रदेश के भोपाल को हेरिटेज बिल्डिंग के जीर्णोद्धार के लिए पुरस्कार दिया गया है। ग्वालियर और सागर को इंटेलिजेंट ट्रैफिक मैनेजमेंट सिस्टम श्रेणी में पुरस्कार मिला है। जबलपुर को 311 एप के सफल क्रियान्वयन इन्क्यूबेशन सेंटर के लिए पुरस्कार मिला है।
बेस्ट स्मार्ट सिटी बनने वाले इंदौर को सम्मान भी अपने ही आंगन में मिलेगा। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु 27 सितंबर को इंदौर में आयोजित होने जा रही नेशनल स्मार्ट सिटी कांफ्रेंस में विजेता शहरों को सम्मानित करेंगी। सबसे ज्यादा पुरस्कार हासिल करने और बेहतर प्रदर्शन के चलते ही इंदौर को इस नेशनल कांफ्रेंस की मेजबानी भी दी गई है। केंद्रीय मंत्री हरदीप पुरी ने बेस्ट स्टेट अवार्ड मिलने पर मध्य प्रदेश को ट्वीट कर बधाई दी। उन्होंने बताया कि मप्र राज्य के सात शहरों में 779 प्रोजेक्ट चल रहे हैं। इन पर 15 हजार करोड़ से अधिक की राशि खर्च हो रही है। महापौर पुष्यमित्र भार्गव ने कहा कि पुरस्कार की असली हकदार इंदौर की जनता है। उनकी सहभागिता से ही इंदौर को लगातार सफलता मिल रही है। विश्वास है कि स्वच्छता में भी सातवीं बार इंदौर ही सरताज होगा।
1. सैनिटेशन में मिला प्रथम पुरस्कार
कारण: एशिया के सबसे बड़े गोबरधन बायो सीएनजी प्लांट की स्थापना
इस श्रेणी में काकीनाडा दूसरे स्थान पर और अहमदाबाद-चंडीगढ़ संयुक्त रूप से तीसरे स्थान पर रहे।
2.अर्बन एनवायरनमेंट में प्रथम पुरस्कार
कारण: एयर क्वालिटी इंडेक्स में सुधार के लिए किए गए प्रयासों के परिणाम और अहिल्या वन और वर्टिकल गार्डन की स्थापना
इस श्रेणी में कर्नाटक का शिवमोगा द्वितीय स्थान पर और जम्मू तीसरे स्थान पर रहा
3.वाटर श्रेणी में प्रथम पुरस्कार
कारण: सरस्वती एवं कान्ह नदी प्रोजेक्ट (संकल्प), बड़े पैमाने पर किया रेन वाटर हार्वेस्टिंग, वाटर प्लस के साथ वाटर सरप्लस का ओहदा साथ ही शहर की जल संरचनाओं कुएं, तालाब आदि के जीर्णोद्धार के कार्य
इस श्रेणी में उप्र के आगरा को दूसरा और गुजरात के राजकोट को तीसरा पुरस्कार मिला
4. इकोनामी श्रेणी में इंदौर को वैल्यू कैप्चर फाइनेंसिंग के चलते दूसरा पुरस्कार मिला
पहला पुरस्कार मप्र के जबलपुर को वहां बने इंक्युबेशन सेंटर के लिए मिला
5. बिल्ट एन्वायर्नमेंट (पर्यावरण सुधार) में दूसरा पुरस्कार
इस श्रेणी में रिवर फ्रंट प्रोजेक्ट के चलते इंदौर दूसरे स्थान पर रहा और कोयंबटूर को पहला पुरस्कार मिला
6.कोविड इनोवेशन श्रेणी में भी इंदौर को दूसरा पुरस्कार मिला
सूरत को कोविड के दौर में बेहतर रिस्पांस सिस्टम के लिए पहला पुरस्कार मिला। इंदौर इसके पीछे रहा। आगरा तीसरे स्थान पर रहा।