Indore News : इंदौर (नईदुनिया प्रतिनिधि)। इंदौर के राजवाड़ा क्षेत्र में मेंटेनेंस के नाम पर घंटों बिजली गुल हो रही है। 14 अगस्त को बिना पूर्व सूचना के चार घंटे से ज्यादा बिजली बंद होने के क्षेत्र के रहवासियों ने हंगामा कर दिया। बिजली कंपनी के सुभाष चौक जोन से जवाब नहीं मिला। बाद में रहवासियों ने खुद ही पता लगाकर आड़ा बाजार में मनमाने तरीके से किए जा रहे पोल शिफ्टिंग पर आपत्ति ले ली। अधिकारियों को लिखकर देना पड़ा कि पोल पुरानी जगह लगाए जाएंगे। रविवार से शुरू हुआ विवाद मंगलवार को भी जारी रहा।
राजवाड़ा क्षेत्र से जुड़े कृष्णपुरा, हेमिल्टन रोड, आड़ा बाजार, पीरगली, पंढरीनाथ समेत आसपास के क्षेत्रों में बीते दिनों से लगातार बिजली गुल हो रही है। रविवार को मेंटेनेंस के लिए सुबह 7 से 8 बजे तक बिजली बंद रहने की सूचना क्षेत्रवासियों को दी गई। जबकि बिजली सुबह 6 बजे से चली गई। सुबह 11 बजे तक भी आपूर्ति बहाल नहीं हुई। इस बीच कुछ रहवासी जोन पर पहुंचे। उन्हें बताया गया कि आड़ा बाजार में सुधार चल रहा है। रहवासी वहां पहुंचे तो देखा कि कुछ खास दुकानों के सामने से खंभे हटाकर रहवासी मकान के सामने लगाए जा रहे हैं। इस पर आड़ा बाजार के रहवासियों ने आपत्ति ली। हालांकि बिजली अधिकारी और ठेकेदारों ने काम रोकने से इनकार कर दिया। इस पर रहवासियों ने बिजली कंपनी के मुख्यालय पर शिकायत कर दी।
बिजली अधिकारियों को घेरा - रहवासियों ने आरोप लगाया कि 40-50 साल पुराने खंभों को हटाकर सड़क के दूसरी ओर स्थापित किया जा रहा है। कुछ खास लोगों के कहने पर यह काम हो रहा है। इससे उस घर और गैलरी में खड़े रहने वालों को खतरा है। साथ ही बिजली की लाइन को सड़क क्रास करवाकर जिग-जेग के आकार में डाला जा रहा है। इससे भविष्य में परेशानी होगी। क्षेत्रवासी महिलाओं ने भी बिजली अधिकारियों को घेर लिया। विरोध से बिजली अधिकारी घबरा गए। जोन के जेई केके टाले ने क्षेत्र के लोगों को लिखकर दिया कि लाइन फिर से पुरानी जगह स्थापित कर दी जाएगी। साथ ही अस्थायी व्यवस्था कर फिर से आपूर्ति बहाल कर दी गई। मंगलवार को बिजली अमला फिर से मौके पर पहुंचा। हालांकि पुराने स्थान पर खंभा लगाने के बजाय फिर से जगह बदलने की कोशिश की गई। इस पर शाम तक विवाद चलता रहा।
प्रक्रिया के अनुसार काम कर रहे थे - सुभाष चौक जोन के सहायक यंत्री राकेश सिन्हा का कहना है कि किसी उपभोक्ता ने खंभा हटाने के लिए आवेदन दिया था तो हटाने का काम किया जा रहा था। सब प्रक्रिया के अनुसार हो रहा था। जैसा बड़े अधिकारियों ने कहा हम कर रहे थे। उन्होंने काम रोकने के लिए कहा तो हमने काम रोककर फिर से पुरानी जगह खंभे लगाने के आदेश दे दिए हैं।