नईदुनिया प्रतिनिधि, इंदौर(Indore Municipal Action)। इंदौर नगर निगम की टीम ने गुरुवार को नौ निर्माणाधीन भवनों के खिलाफ कार्रवाई करते हुए इन्हें सील कर दिया। रहवासियों ने पिछले दिनों निगमायुक्त को शिकायत की थी कि ये भवन नियमों के खिलाफ बनाए जा रहे हैं और इनमें हॉस्टल खोलने की तैयारी चल रही है। इस पर गुरुवार सुबह निगम की रिमूवल टीम मौके पर पहुंची और भवनों को सील करने की कार्रवाई की।
नगर निगम उपायुक्त लता अग्रवाल ने बताया कि अवैध निर्माण की शिकायत के बाद निगम की टीम गुरुवार को जोन 13 के अंतर्गत आने वाले संत नगर, सर्वानंद नगर, जगजीत नगर, ब्रह्मपुरी पहुंची। इन निर्माणाधीन भवनों को पूर्व में नोटिस जारी कर निर्माण रोकने के लिए कहा गया था, बावजूद इसके निर्माण जारी था। गुरुवार को कार्रवाई करते हुए उक्त स्थल से निर्माण सामग्री जप्त की गई और भवनों को सील करने की कार्रवाई की गई।
नगर निगम की टीम स्कीम 94 टेलीफोन नगर भी कार्रवाई के लिए पहुंची। यहां राजू टेकचंदानी नामक व्यक्ति के भवन को सील किया गया। उपायुक्त अग्रवाल ने बताया कि यहां चार मंजिला निर्माण की अनुमति थी लेकिन मौके पर छह मंजिला निर्माण पाया गया। इस पर फिलहाल भवन को सील कर दिया गया है।
निगम ने गुरुवार को कार्रवाई करते हुए निर्माणाधीन भवनों को भले ही सील कर दिया, लेकिन बड़ा सवाल यह है कि आखिर जोन में भवन अधिकारी और भवन निरीक्षक होने के बावजूद अवैध निर्माण हो कैसे गया।
नगर निगम के अधिकारियों का कहना है कि नोटिस जारी कर निर्माण रोकने के लिए कहा था बावजूद इसके निर्माण जारी था। सवाल यह भी है कि चार मंजिला अनुमति के बावजूद छह मंजिल भवन बन गया और निगम सिर्फ नोटिस देकर निर्माण रोकने का इंतजार करता रहा।
इंदौर नगर निगम के शहरी गरीबी उन्मूलन समिति ने भागीरथपुरा क्षेत्र में अवैध चावल और गेहूं के गोदाम पर छापा मारा। यहां से 40 क्विंटल गेहूं और इतनी ही मात्रा में अवैध चावल पकड़ा है। समिति प्रभारी और एमआइसी सदस्य मनीष शर्मा मामा ने बताया कि पकड़ा गया गेहूं और चावल शासन की योजना के अंतर्गत वितरण के लिए था और कालाबाजारी के लिए गोदाम में रखा गया था।
यह गोदाम रवि ठाकुर नामक व्यक्ति का बताया जा रहा है। शर्मा ने बताया कि हमने इस संबंध में बाणगंगा पुलिस थाने पर भी सूचना दी। क्षेत्रीय पार्षद कमल वाघेला भी सूचना मिलने पर मौके पर पहुंचे।