Indore Crime News: मुकेश मंगल, इंदौर। शेयर बाजार में निवेश और रुपये दोगुना करने का प्रलोभन देकर 50 से ज्यादा एडवाइजरी कंपनियों ने निवेशकों के 20 करोड़ से ज्यादा ठग लिए। क्राइम ब्रांच और थानों में पहुंची 100 से ज्यादा शिकायतों की जांच शुरु हुई तो पता चला इन कंपनियों के पते ही फर्जी हैं। ज्यादातर कंपनियां सेबी में रजिस्टर्ड भी नहीं है। एसआइटी अब बैंक खातों की जांच कर कर्ताधर्ताओं और कर्मचारियों की कुंडली बना रही है।
एसपी(पूर्वी) आशुतोष बागरी के मुताबिक हमारे पास लगभग 100 शिकायतें पहुंच चुकी है। क्राइम ब्रांच और 18 थानों से लंबित आवेदनों का ब्योंरा एकत्र कर लिया है। एसआइटी ने भारतीय प्रतिभूति और विनिमय बोर्ड(सेबी) से जानकारी मांगी तो ज्यादातर फर्जी निकली।
एसआइटी निरीक्षक देवेंद्र मरकाम और एसआइ गुलाबसिंह रावत पीड़ितों द्वारा बताए कंपनियों के पतों पर पहुंचे तो पता चला कुछ कंपनियां दफ्तर खाली कर गायब हो चुकी है और कुछ ने पते फर्जी बताए थे। एसपी के मुताबिक टीम अब पीड़ितों के बयान दर्ज कर आरोपितों एवं कंपनियों के खातों की जांच कर रही है। खाते किसके नाम पर है और उनमें जमा रुपया कहां-कहां ट्रांसफर हुआ इसकी भी जांच कर कड़ियां जोड़ी जा रही है। प्रारंभिक जांच में करीब 50 कंपनियों द्वारा 20 करोड़ से ज्यादा ठगने की जानकारी सामने आ चुकी है।
ऐसे हुआ फर्जीवाड़ा का खुलासा
विजयनगर थाना पुलिस ने सोलापुर निवासी आनंद मोहोलकर की शिकायत पर द यूनिक ट्रेडर्स के संचालकों पर केस दर्ज किया। खातों की छानबीन में खुलासा हुआ आरोपितों ने आनंद से 3 लाख 87 हजार रुपये ठगे है लेकिन कंपनी के बेनामी खातों में 12 करोड़ से ज्यादा का लेनदेन है। एसपी ने सभी थानों से जानकारी मांगी तो निवेशकों के कईं आवेदन भी मिल गए जो जांच,बयान की आड़ में दबे थे। एएसपी (पूर्वी) राजेश रघुवंशी ने उन लोगों की सूची भी मांगी जिन पर मुकदमे तो दर्ज थे लेकिन मुख्य आरोपित फरार ही चल रहे थे। विजयनगर,तुकोगंज,कनाड़िया और लसूड़िया के करीब 20 आरोपितों के नाम सामने आए जिन्हें विवेचक गिरफ्तार नहीं कर पाए।
इन कंपनियों पर शिकंजे की तैयारी
स्टार वल्र्ड रिसर्च,इन्वेस्टमेंट रिसर्च,डिजायर रिसर्च,कैपिटल वेज,इमोटल रिसर्च,ड्रीप्ट सर्विस,अश्वनी कंस्लटेंट,साईं प्रोफिसेंस,केयर इन्वेस्टमेंट,डॉलर एडवाइजरी,एचबीएन,एल्बो सिस्टम,मार्केट मैग्निफाई,ग्रीन लीफ,मार्केट कैप्टन,रिप्पल,फ्रीडम ग्लोबल,प्रोफिट रिडू सहित करीब 50 कंपनियों की जांच चल रही है।
विजयनगर-कनाड़िया और खजराना बना गढ़
सबसे ज्यादा एडवाइजरी फर्म विजयनगर क्षेत्र से संचालित हो रही है। दूसरा नंबर खजराना,कनाड़िया और लसूड़िया का आता है। हैदराबाद,गुजरात और महाराष्ट्र पुलिस भी इन क्षेत्रों से बसें भरकर आरोपितों को ले जा चुकी है।